बेगूसराय। सच ही कहा गया है कि प्यार अंधा होता है, प्यार करने वाले किसी से डरते नहीं और अपने प्यार के खातिर वो समाजिक बंधन तोड़ जात- पात की मर्यादा को लांघकर एक साथ जीने-मरने की कसमें खाकर प्यार की पहचान दुनिया से करवाता है. ऐसी ही एक प्रेम कहानी सामने आई है। जहां उनके परिजनों ने प्यार पर रोक लगाने की कोशिश की, तो समस्तीपुर जिले के रोसड़ा के प्रेमी जोड़े ने लॉक डाउन में जिले की सीमा पार कर घर से भाग निकले। उसके बाद जाति एवं समाज को न मानते हुए शनिवार की देर शाम सीमावर्ती बेगूसराय जिले के खोदावंदपुुर थाना अंतर्गत दौलतपुर पंचायत के चलकी ब्रह्मस्थान स्थित बाल ब्रह्मचारी हनुमान जी को साक्षी मानकर शादी रचाते हुए साथ- साथ जीने मरने की कसमें खाई। इसी बीच आस-पास गांव में प्रेमी युगल की शादी की खबर मिलते ही दर्जनों लोगों की भीड़ जमा हो गयी और हर कोई उसका पता जानने के लिए उत्सुक दिखें।
ग्रामीणों के समक्ष पूछताछ के क्रम में प्रेमी युगल ने रोसड़ा थाना क्षेत्र के वार्ड नंबर 11 निवासी स्व ब्रह्मदेव महतो के पुत्र विक्रम कुमार तथा वार्ड नंबर 9 निवासी मुन्ना सहनी की पुत्री गुंजा कुमारी बतायी है।मिली जानकारी के अनुसार प्रेमी युगल दिन से ही बाईक पर सवार होकर दौलतपुर- मालीपुर मुख्य पथ पर इधर-उधर घूमते दिखें. जैसे ही शाम ढली और अंधेरा छाया, तभी मौका देखकर वे हनुमान मंदिर में पूजा करने के बहाने दाखिल हुये और मंदिर के पुजारी को दक्षिणा थमाया और प्रेमी ने प्रेमिका की मांंघ में सिंदूर डाला तथा एक- दूसरे को वरमाला पहनाकर बिना बैंड- बाजा, बारात के शादी के पवित्र बंधन में बंध गये। प्रेमी युगल का कहना था कि हमदोनों एक- दूसरे से बेइंतहा प्यार करते हैं. जिसकी जानकारी हमारे परिजनों को भी लग चुकी थी। दो अलग-अलग समुदाय के होने के नाते परिजन शादी को तैयार नहीं हो रहे थे।
मजबूूूरन हम दोनों को घर से भागकर यह कदम उठाना पड़ा. प्रेमी युगल ने उम्मीद जताते हुए कहा कि शादी कर लियेे हैं। अब परिजनों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होनी चाहिए। इतना सबकुछ कहने केे बाद प्रेमी युगल अपनी बाईक से दौलतपुर की ओर रवाना हो गये।परंतु एक झलक पाने के लिए जुटे स्थानीय लोगों ने प्रेमी जोड़े के परिजनों अथवा पुलिस को सूचना देना मुनासिब नहीं समझा।वहीं दूसरी ओर बाल ब्रह्मचारी हनुमान जी के मंदिर में इस शादी से कुछ बुद्धिजीवियों में रोष व्याप्त है कि जो स्वयं बाल ब्रह्मचारी हैं, उनके स्थान पर शादी करना सर्वदा अनुचित है।