पटना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान की रविवार को हो रहे बरखी कार्यक्रम में व्यस्तता के कारण भले न शामिल हो पाये लेकिन उन्होंने दो पन्नों का एक पत्र पासवान परिवार को भेजा है। इस पत्र में रामविलास पासवान के पूरे राजनीतिक सफर के साथ उनके किए कार्यों का जिक्र किया गया है। प्रधानमंत्री ने यह पत्र 11 सितम्बर को लिखा है जिसे चिराग पासवान ने रविवार को अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर किया है। साथ ही पिता के किए गए कार्यों को सम्मान देने के लिए पीएम को धन्यवाद दिया है।

चिराग ने लिखा है कि पिता जी के बरखी के दिन प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी का संदेश प्राप्त हुआ है। सर आपने पिता जी के पूरे जीवन के सारांश को अपने शब्दों में पिरो कर उनके द्वारा समाज के लिए किए गए कार्यों का सम्मान किया है और उनके प्रति अपने स्नेह को प्रदर्शित किया है। यह पत्र मेरे और मेरे परिवार को इस दुःख की घड़ी में शक्ति प्रदान करता है। आप का स्नेह और आशीर्वाद हमेशा बना रहे। बड़े साहब के लिए दो शब्द लिख कर उन्हें अपने यादों में संजोकर कर रखने के लिए आपका बहुत बहुत धन्यवाद और आभर प्रकट करता हूं।

पिछले चार माह में यह पहला मौका है, जब चिराग पासवान को प्रधानमंत्री की तरफ से कोई संदेश मिला है। खुद को पीएम का हनुमान बताने वाले चिराग पासवान पार्टी से बेदखली और उसके बाद चाचा पशुपति पारस को मंत्री बनाए जाने के बाद नरेंद्र मोदी से नाराज चल रहे थे लेकिन जिस तरह से प्रधानमंत्री ने रामविलास पासवान को लेकर चिराग को पत्र लिखा है, उसके बाद राम और हनुमान के बीच बढ़ती दूरियों के कम होने की संभावना बढ़ गई है।

उल्लेखनीय है कि लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान की आज बरखी है जिसको लेकर चिराग पासवान ने देश के हर बड़े राजनेता को निमंत्रण भेजा है। इनमें राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित विपक्ष और बिहार के राज्यपाल तथा सीएम नीतीश कुमार सहित सभी राजनेता शामिल हैं।

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