बिहार। बिहार विधानसभा का पांच दिवसीय मॉनसून सत्र आज से शुरू हुआ. पिछले विधानसभा सत्र में विधायकों के साथ कथित मारपीट का विरोध जताते हुए मखदुमपुर के आरजेडी विधायक सतीश दास हेलमेट पहनकर बिहार विधानसभा पहुंचे. उन्होंने सिर पर हेलमेट पहना हुआ था और हाथ में मंजीरा (झाल) लिए हुए थे.
बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार विधायकों की जान लेना चाहती थी .इसलिए हेलमेट पहनकर आये हैं. वह हाथ में मंजीरा लेकर सरकार को जगाने आए हैं. पिछले सत्र में विधायकों की पिटाई के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि सिर्फ दो पुलिसवालों को सस्पेंड कर सरकार खानापूर्ति कर रही है.
उनका कहना है कि जिस तरह से विधायकों की निधि सरेंडर करा लिया गया है तो पब्लिक पूछ रही है कि क्या झाल बजाने के लिए विधायक बने हैं? इस दौरान उन्होंने अपने ऊपर ‘क्या दलित होना गुनाह है’ का पोस्टर भी चिपका रखा था.
गौरतलब है कि पिछले सत्र के दौरान विपक्षी सदस्यों ने स्पीकर विजय कुमार सिन्हा को उनके कक्ष में ही बंधक बना लिया था. इसके बाद बाहर से पुलिस बल और प्रशासन के लोग बुलाए गए थे. बाहर से आए प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिसकर्मियों ने बल प्रयोग करते हुए विधायकों को जबरन बाहर निकाला था. आरोप है कि कांग्रेस के विधायक संतोष मिश्रा को लात जूतों से पीटा गया था।