नई दिल्ली। आपने कई रईसों की कहानी सुनी होगी की कैसे वो एक गरीब या छोटे जगह से आकर बिना पैसे रहते हुए भी आज बिजनेस की दुनिया में अपना नाम बनाकर बैठे हैं।

धैर्य और दृढ़ संकल्प सफलता पाने के लिए सबसे जरूरी है। आज हम एक ऐसे दिव्यांग व्यक्ति की बात करेंगे, जिसने शून्य से शुरुआत कर आज एक विशाल साम्राज्य का निर्माण किया है।

राम चंद्र अग्रवाल

गरीबी में जन्मे राम चन्द्र अग्रवाल ने एक छोटे से फोटोकॉपी की दुकान से शुरुआत कर भारत के तमाम बड़े व्यापारियों में से एक बन गए हैं। उनके इस सफर में उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। व्यापार में करोड़ों की हानि के बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी अकलमंदी से सबको चौंका दिया।

 

कर्ज लेकर खोली फोटोकॉपी की दुकान

राम चन्द्र अग्रवाल  बचपन में ही पोलियो के शिकार हो गए थे, जिस कारण उनके चलने की क्षमता समाप्त हो गई थी। किसी तरह उन्होंने ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। उसके बाद साल 1986 में कर्ज लेकर राम चन्द्र ने एक फोटोकॉपी की दुकान खोली। एक साल बाद उन्होंने करोबार शुरू करने का फैसला किया और कोलकाता  के लाल बाज़ार में एक कपड़े बेचने की दुकान खोल ली।

कैसे शुरू हुई विशाल मेगामार्ट

15 सालों तक दुकान चलाने के बाद उन्होंने इसे बंदकर बड़े स्तर पर एक खुदरा व्यापार शुरू करने की योजना बनाई।

साल 2001 में राम चन्द्र कोलकाता छोड़कर दिल्ली  शिफ्ट हो गए। वहां उन्होंने विशाल रिटेल के नाम से एक खुदरा व्यापार की शुरुआत की। साल 2002 में दिल्ली में ‘विशाल मेगामार्ट’  के रूप में पहली हाइपरमार्केट कंपनी बनी।

धीरे-धीरे करोबार फैलता गया और यह कई शहरों तक पहुंच गया। साल 2007 में इस कंपनी नें 2000 करोड़ का प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव (आईपीओ) निकाला।

साल 2007 में शेयर बाजार में तेजी के दौरान विशाल रिटेल की लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए राम चन्द्र भारी मात्रा में बैंक से उधार लेकर आउटलेट्स में सुविधाएं पर पैसे लगा दिए।

लेकिन कंपनी हो गई दिवालिया, जाने कैसे?

लेकिन, साल 2008 में शेयर बाजारों में आई गिरावट की वजह से विशाल रिटेल को 750 करोड़ का नुकसान हुआ। स्थिति इतनी खराब हो गई कि लेनदारों का उधार चुकाने के लिए राम चन्द्र अग्रवाल को विशाल रिटेल बेचना पड़ा। साल 2011 में विशाल रिटेल का सौदा श्रीराम ग्रुप के हाथों तय हुआ परंतु राम चंद्र अग्रवाल ने बिना हार माने V2 रिटेल के नाम से एक बार फिर खुदरा व्यापार कि शुरूआत की।

दो-दो बार शून्य से शुरूआत कर खड़ा किया विशाल साम्राज्य

आज के समय में V2 रिटेल लिमिटेड भारत में सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली खुदरा कंपनी है। अब तक भारत के 32 शहरों में V2 अपना आउटलेट्स खोल चुकी है। किफायती दामों पर नवीनतम फैशन उत्पाद उपलब्ध कराते हुए आज देश की एक अग्रणी खुदरा व्यापार वाली कंपनी बन चुकी है। राम चंद्र अग्रवाल  ने शारीरिक चुनौती के बावजूद एक बार नहीं बल्कि दो-दो बार शून्य से एक विशाल साम्राज्य बनाने वाले व्यक्ति हैं। उनकी पूरी जिंदगी ही प्रेरणादायक हैं।

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