भोपाल। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव हैं। चुनावी साल में मध्य प्रदेश सरकार पर भाजपा नेत्री और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के शराब बंदी के अभियान का दबाव साफ देखा जा सकता है। रविवार को देर शाम हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में अहाते बंद करने के निर्णय के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सोमवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में अब शराब की नई दुकान नहीं खोली जाएगी।

मुख्यमंत्री चौहान सोमवार को अपने प्रतिदिन पौधरोपण करने के संकल्प के क्रम में भोपाल के स्मार्ट सिटी पार्क पहुंचे थे। उन्होंने पौधरोपण के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि नशा एक सामाजिक बुराई है, इसलिए मैंने तय किया कि मध्य प्रदेश में शराब की कोई नई दुकान नहीं खोली जाएगी। हमने ऐसी आबकारी नीति लाने का प्रयास किया है, जो शराब पीने को हतोत्साहित करेगी। नई नीति में अहातों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। शैक्षणिक संस्थान के 100 मी. की परिधि में शराब की कोई दुकान नहीं होगी।

उन्होंने कहा कि हमने फैसला किया है कि पहली बार शराब पीकर वाहन चलाते हुए पकड़े जाने पर 6 माह के लिए ड्राइविंग लाइसेंस कैंसल कर दिया जाएगा। दूसरी बार पकड़े जाने पर दो वर्ष के लिए और तीसरी बार पकड़े जाने पर आजीवन वाहन चलाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। धार्मिक स्थलों के आसपास से शराब की दुकानें हटाई जाएगी।

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