नई दिल्ली। किडनी शरीर से टॉक्सिन और अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकालने का काम करती है. यह शरीर से एसिड बाहर कर पानी, नमक और मिनरल्स को बैलेंस करती है. नर्व्स, मसल और टिशू के हेल्दी बैलेंस के बिना इंसान का शरीर सही ढंग से फंक्शन नहीं कर पाता है. क्या आपको मालूम है हमारी रोजमर्रा की कुछ खराब आदतें किडनी पर बहुत बुरा असर डालती हैं. यदि इन पर समय रहते ध्यान ना दिया जाए तो किडनी फेलियर या डैमेज का कारण बन सकती हैं.
पिनकिलर्स का ओवरयूज़– नॉनस्टेरॉयड एंटी इनफ्लेमेटरी ड्रग (NSAIDs) दर्द से राहत देने का काम करते हैं. लेकिन बहुत से लोग इस बात से अंजान हैं कि ये बड़ी तेजी से किडनी भी डैमेज कर सकते हैं. खासतौर से जिन लोगों को पहले ही किडनी से जुड़ी समस्या है, उन्हें ज्यादा सावधान रहना चाहिए. NSAIDs के रेगुलर इस्तेमाल को कम करें और इसे डॉक्टर की सलाह पर ही लें.
नमक– हाई सोडियम (नमक) युक्त डाइट ब्लड प्रेशर बढ़ाने का काम करती है जिससे किडनी से जुड़ी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. इसलिए डॉक्टर खाने में नमक की जगह दूसरे मसालों का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं.
प्रोसेस्ड फूड– प्रोसेस्ड फूड सोडियम और फॉसफोरस से भरे होते हैं, इसलिए इनका सेवन हमारी किडनी को भारी नुकसान पहुंचा सकता है. हाई फॉसफोरस वाला प्रोसेस्ड फूड ना सिर्फ आपकी किडनी को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि यह हमारी हड्डियों के लिए भी घातक साबित हो सकता है.
बॉडी को हाइड्रेट ना रखना– बॉडी के हाइड्रेट रहने से टॉक्सिन और अतिरिक्त सोडियम बाहर निकलता है. इसलिए हमें दिन में पर्याप्त पानी पीना चाहिए. पानी पीने से किडनी स्टोन (पथरी) का जोखिम भी कम होता है. डॉक्टर कहते हैं कि एक सेहतमंद इंसान को दिन में करीब 4 से 5 लीटर पानी पीना चाहिए.
शुगर– शुगर का अतिरिक्त सेवन मोटापे की बीमारी को बढ़ावा देता है और इससे डायबिटीज व हाई ब्लड प्रेशर का खतरा भी बढ़ता है. ये दोनों ही बीमारियां इंसान की किडनी को डैमेज कर सकती हैं. इसलिए हमें मीठे बिस्किट या व्हाइट ब्रेड जैसी चीजों को ज्यादा खाने से बचना चाहिए जिनमें बहुत ज्यादा शुगर पाई जाती है.
एक स्थान पर बैठे रहना– दिनभर एक जगह पर बैठे रहना या शरीर को बिल्कुल निष्क्रिय रखना भी किडनी डिसीज का कारण बन सकता है. इस तरह का खराब लाइफस्टाइल हमारी किडनी पर बहुत बुरा असर डालता है. ब्लड प्रेशर और मेटाबॉलिज्म को सही रखने के लिए नियमित रूप से व्यायाम करें. इससे हमारी किडनी भी ठीक रहेगी.
मांस– एनिमल प्रोटीन खून में एसिड के हाई अमाउंट को जेनरेट करने का करता है. ये हमारी किडनी को डैमेज कर सकता है और एसिडोसिस का कारण न सकता है. एसिडोसिस एक ऐसा रोग है जिसमें इंसान की किडनी तेजी से एसिड को बाहर नहीं निकाल पाती है.