नई दिल्ली। जब भी ट्रेन से सफर करने की बात आती है तो हम सबके ज़ेहन में रेलवे स्टेशन का ख्याल पहले आता है. ट्रेन से सफर करने वालों का सबसे पंसदीदा काम मैगजीन और खाने का सामान खरीदना होता है और ये विंडो सीट लेने के लिए पूरी कोशिश करते हैं. भारत में ऐसी कई जगहें हैं जहां ट्रेन से जाने पर आपका सफर और खूबसूरत बन जाता है. ट्रेन से दिखने वाले यहां के नजारे आपके दिल में हमेशा के लिए बस जाएंगे. आइए जानते हैं इन बेस्ट ट्रेन रूट्स के बारे में.
1. हिमालयन क्वीन (कालका से शिमला)- इस रूट पर चलने वाली ट्रेनें टॉय ट्रेन की तरह ही होती हैं जो आपके बचपन को जगा देती हैं. 96 किलोमीटर लंबा ये रास्ता 1903 में शुरू किया गया था. ये 102 सुरंगों और 82 पुलों से होकर गुजरता है. 96 किमी तक का रास्ता तेज गति से पूरा करने के लिए इसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा सम्मानित भी किया जा चुका है.
इस सुंदर छोटी ट्रेन से सफर करने में आपको 5 घंटे का समय लगेगा. ये रूट आपको खूबसूरत पेड़, घाटियों और जंगलो से लेते हुए ले जाएगा. कालका से शिमला का सफर ट्रेन से करने के दौरान आपको ऐसा महसूस होगा जैसे कि आप प्रकृति की गोद में जा रहे हों.
2. दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे (जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग)- जलपाईगुड़ी से दार्जिलिंग तक ट्रेन रूट भी बहुत सुहावना है. ये रूट आपको खूबसूरत बागानों से लेते हुए पहाड़ों की ऊंचाई पर ले जाता है. दार्जिलिंग भारत का एक बहुत खूबसूरत रेलवे स्टेशन है.
अगर आसमान साफ हुआ तो आप ट्रेन से ही शानदार कंचनजंगा का नजारा भी बैठे- बैठे देख सकते हैं. इस सफर के दौरान ऐसा लगेगा जैसे कि आप चाय के बागान में ही घूम रहे हों. ये 1999 से यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल है.
3. वास्को डी गामा से लोंडा- गोवा में वास्को डी गामा से कर्नाटक के लोंडा तक की यात्रा से आपको पूरे सफर की संतुष्टि मिल जाएगी. आप ट्रेन की खिड़कियों से प्राचीन गोवा के खूबसूरत गांव दे सकते हैं. ये रूट आपको हरियाली और पहाड़ दिखाते हुए पश्चिमी घाट तक ले जाता है. जैसे-जैसे आप आगे बढ़ते हैं, हरियाली कम होती जाती है और हर तरफ झरने दिखाई देने लगते हैं. इन झरनों के छींटों का आनंद आप पूरे सफर के दौरान लेते रहेंगे.
4.मुंबई से गोवा- मुंबई और गोवा दोनों ऐसी जगहें हैं जिसके बारे में लोग अक्सर बात करते हैं. मुंबई जहां अपनी ग्लैमरस और बिजी लाइफ के लिए जानी जाती है, वहीं छुट्टी का नाम लेते ही गोवा याद आता है. इन दोनों जगहों को जोड़ने वाली ट्रेन रूट भी ऐसा ही कमाल का अनुभव कराती है. इस रूट की ट्रेन से एक तरफ सह्याद्री पहाड़ियां तो दूसरी तरफ अरब सागर दिखता है. इन दोनों नजारों के बीचोबीच सफर करना अपने आप में गजब का अनुभव है. यहां आपको हर तरफ पानी और नारियल के पेड़ नजर आएंगे.
5.कन्याकुमारी से त्रिवेंद्रम- कन्याकुमारी से त्रिवेंद्रम की यात्रा छोटी लेकिन रोमांच से भरपूर है. नारियल के पेड़ों के बीच से निकलती ट्रेन आपको तमिल और केरल की वास्तुकला का नजारा दिखाते हुए ले जाती है. गोपुरम और अलंकृत रूप से सजाए गए मंदिर, चर्च और अलग-अलग तरह की शैलियों का आंनद लेते हुए आप कब अपनी मंजिल पर पहुंच गए, आपको इसका पता भी नहीं लगेगा.
6.माथेरान हिल रेलवे- महाराष्ट्र में विरासत के रूप में एकमात्र यही रेलवे रूट बचा है. अभी भी मुंबई और बाहर के लोग माथेरान को काफी पसंद करते हैं. यहां के आसपास का शांत वातावरण दिल को काफी सुकून देता है.
ये रेल लाइन 1901 से 1907 के बीच अकबर पीरभोय ने बनवाई थी. ये ट्रेन घने जंगल और सुरंग से होते हुए कुल 20 किलोमीटर की दूरी तय करती है. इस सफर के दौरान आप सारी चीजें भूल कर नेचर में खो जाएंगे.
7.डूअर्स यात्रा (सिलीगुड़ी-न्यूमल-हसीमारा-अलीपुरद्वार)- ये भारत के सबसे अच्छे ट्रेन रूट्स में से एक है जो जंगलों और महानंदा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, छपरामारी वन, जलदापारा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी, और बुक्सा टाइगर रिजर्व का नजारा दिखाते हुए ले जाती है. यहां आसपास ट्रैफिक ना के बराबर होता है. इस सफर का हर एक पल यादगार होता है.
8. द इंडियन महाराजा- डेक्कन ओडिसी– ये भारत की लक्जरी ट्रेनों में से एक है. 10 रातों के सफर में ये अपने यात्रियों को लाइब्रेरी, आयुर्वेदिक मालिश सेंटर, ब्यूटी पार्लर, स्टीम बाथ, जिम, एक व्यापार केंद्र, बिजनेस सेंटर और कॉन्फ्रेंस रूम की सुविधा देती है.
पुणे से दिल्ली आने और जाने के लिए ये एक शानदार ट्रेन है. यह महाराष्ट्र में अजंता एलोरा की गुफाओं से लेकर आगरा के ताजमहल तक मुख्य पर्यटन स्थलों पर रुकती है. डेक्कन ओडिसी की भव्यता देखने लायक है.