बंगाल। पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी का निधन हो गया है. हार्ट अटैक की वजह से सुब्रत मुखर्जी की मौत हुई है. कोलकाता में उन्होंने आखिरी सांस ली. सुब्रत मुखर्जी 75 साल के थे.

सुब्रत मुखर्जी को हार्ट अटैक आया था, जिसके बाद उन्हें कोलकाता के SSKM अस्पताल में भर्ती कराया गया. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद अस्पताल पहुंचीं और उन्होंने ही अपने साथी नेता की मौत की खबर की पुष्टि की.

एसकेएम अस्पताल पहुंचीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जीवन में बहुत त्रासदी देखी है लेकिन ये बहुत बड़ी क्षति है. उन्होंने कहा कि ये अस्पताल की ओर से मुझे जानकारी मिली थी कि सुब्रत मुखर्जी को कल अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा. विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी समेत कई नेताओं ने सुब्रत मुखर्जी के निधन पर शोक व्यक्त किया है.

गौरतलब है कि अक्टूबर महीने में दिल का दौरा पड़ने के बाद सुब्रत मुखर्जी को उपचार के लिए एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया था. अस्पताल के सूत्रों की मानें तो सुब्रत मुखर्जी स्वस्थ भी हो रहे थे. उनके स्वास्थ्य में जिस तेजी से सुधार हो रहा था, उन्हें जल्दी ही अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती लेकिन ऐसा हुआ नहीं.

टीएमसी के टिकट पर कोलकाता के पहले मेयर

गुरुवार को फिर से सुब्रत मुखर्जी को दिल का दौरा पड़ा और इसबार डॉक्टर उन्हें बचा नहीं पाए. सुब्रत मुखर्जी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. सुब्रत मुखर्जी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के मंत्रिमंडल में पंचायती राज विभाग के मंत्री थे. वरिष्ठ नेता सुब्रत मुखर्जी टीएमसी के टिकट पर कोलकाता का मेयर निर्वाचित होने वाले पहले नेता भी थे.

सुब्रत मुखर्जी टीएमसी में आने से पहले कांगेस में थे. सुब्रत मुखर्जी की गिनती कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में होती थी. सुब्रत मुखर्जी, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के करीबियों में गिने जाते थे

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