नई दिल्ली/ कोच्चि। देश के जाने-माने कार्टूनिस्ट और पत्रकार सीजे येसुदासन का बुधवार को दोपहर बाद निधन हो गया। वे 83 वर्ष के थे। केरल सरकार ने कार्टून और मीडिया क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें 2021 में स्वदेशभिमानी केसरी सम्मान दिया था। येसुदासन का अंतिम संस्कार कल होगा। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने येसुदासन के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
पत्रकार सीजे येसुदासन अभी कुछ दिन पहले ही कोरोना की चपेट में आ गए थे। हालत सुधरने पर उन्हें एक सप्ताह पूर्व ही अस्पताल से उनकी छुट्टी हुई थी लेकिन तबियत बिगड़ने पर उन्हें दोबारा अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आज अपरान्ह 3.45 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके परिवार में पत्नी के अलावा तीन पुत्र हैं। वह केरल कार्टून अकादमी के संस्थापक अध्यक्ष थे। वे केरल ललित कला अकादमी के अध्यक्ष पद पर भी रहे थे। केरल सरकार ने कार्टून और मीडिया क्षेत्र में उनके योगदान के लिए उन्हें 2021 में के स्वदेशभिमानी केसरी सम्मान दिया था।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने येसुदासन के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कार्टून के क्षेत्र ने एक अद्वितीय प्रतिभा खो दी है। उन्होंने कहा कि येसुदासन ने अपने कार्टूनों के माध्यम से न केवल एक अवधि के राजनीतिक विकास को दर्शाया, बल्कि साहसपूर्वक अपने विचार भी दर्ज किए और जो कोई भी उनके काम को देखता है वह केरल के राजनीतिक इतिहास को देख सकता है।
येसुदासन ने 1960 में राजनीतिक कार्टून की दुनिया में कदम रखा था और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के दैनिक मलयालम समाचार पत्र जनयुगम के लिए हास्य चित्र बनाये थे। वह 1969 से बच्चों की मलयालम पत्रिका बालयुगम के संपादक थे। येसुदासन 1985 में मलयालम मनोरमा समूह में शामिल हो गये, जहां वे अखबार और दैनिक पत्रिका में कार्टून बनाया करते थे। येसुदासन को 2001 में इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ कार्टूनिस्ट द्वारा लाईफ टाइम अचीवमेंट सम्मान से नवाजा गया था।
जानकारी मिली है कि येसुदासन का अंतिम संस्कार कल होगा। इससे पहले जनता के दर्शनार्थ उनका पार्थिव शरीर गुरुवार सुबह कलामास्सेरी के नगरपालिका टाउन हॉल में रखा जाएगा।