नई दिल्ली। केन्द्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को लोकसभा में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते समय कांग्रेस सांसदों के व्यवहार की आलोचना की है। प्रसाद ने कहा कि सदन का पटल हिंसा और हाथापाई के लिए नहीं है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि संसद को मर्यादित तरीके से अनुशासन में चलना चाहिए। यहां हिंसा और हाथापाई का कोई स्थान नहीं है। उनकी पार्टी कांग्रेस के दो सांसदों के सदन के बीचों-बीच किए गए व्यवहार की आलोचना करती है। स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही में व्यवधान डालने वाले दो कांग्रेस सांसदों ने अपने हाथ में उठाए बैनरों को हटाने को कहा था। जब उन्होंने ऐसा नहीं किया तो मार्शल बुलाए गए, जिनके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस सांसदों का सदन में व्यवहार उपद्रवी था। ऐसा सदन में पहले कभी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सभी पार्टियों से अपील करते हैं कि लोकसभा की शुचिता बनाए रखें। वहीं कांग्रेस की दो महिला सांसदों के साथ मार्शलों के दुर्व्यवहार संबंधित आरोपों पर उन्होंने कहा कि इस संबंध में लोकसभा अध्यक्ष अपने स्तर पर फैसला लेंगे।
दूसरी ओर कांग्रेस द्वारा ‘लोकतंत्र की हत्या’ किए जाने का आरोप लगाने पर रविशंकर ने कहा कि महाराष्ट्र में शिवसेना ने राजनीतिक अवसरवादिता के चलते भाजपा से 30 साल पुराना संबंध तोड़ दिया। इसके लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। असल में कांग्रेस लोकतंत्र की हत्या कर रही है। भाजपा की महाराष्ट्र चुनावों में नैतिक और चुनावी दोनों प्रकार से जीत हुई है।