पंजाब| पंजाब में कांग्रेस के वटवृक्ष माने जाने वाले पूर्व विदेश मंत्री रघुनंदन लाल भाटिया का शनिवार को कोरोना संक्रमण से निधन हो गया। वे अमृतसर से छह बार सांसद रह चुके थे। दुर्ग्याणा शिवपुरी में राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया।

भाटिया केरल और बिहार के राज्यपाल भी रह चुके थे। वे अमृतसर की राजनीति के बाबा बोहड़ कहे जाते थे। भाटिया 1992 में नरसिम्हा राव सरकार में विदेश राज्यमंत्री भी रहे।  राजनीति में अपनी स्वच्छ छवि के लिए जाने जाते भाटिया का कांग्रेस में काफी सम्मानीय स्थान रहा है।

ये जिम्मेदारियां भी निभाईं
1.  1982 से लेकर 1984 तक पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान रहे।
2. 1983 में भाटिया दिल्ली में आयोजित 7वें एनएएन सम्मेलन में बतौर डेलीगेट शामिल हुए।
3. 1983 से 1984 तक इंडिया काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशन्स के सदस्य रहे।
4. 1983 से 1990 तक इंडिया बुलगारिया फ्रेंडशिप सोसाइटी और इंडो जीडीआर फ्रेंडशिप एसोसिएशन के चेयरमैन रहे।
5. भाटिया ने संयुक्त राष्ट्र में डेलीगेट के तौर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया।
6. साल 1991 में भाटिया कांग्रेस कमेटी के सचिव चुने गए।

 

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