चंडीगढ़। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को अहम कार्रवाई करते हुए हरियाणा के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों के खिलाफ शिकंजा कस दिया है। ईडी ने एक तरफ जहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा को मानेसर जमीन घोटाले के आरोप में चार घंटे तक पूछताछ के लिए बैठाए रखा, वहीं जेबीटी भर्ती घोटाले में सजा काट रहे पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के सिरसा स्थित तेजा खेड़ा फार्म को खंगाला। साथ ही पंचकूला की कोठी सील कर अटैच कर दी।

ईडी के जोनल ऑफिस चंडीगढ़ तथा दिल्ली मुख्यालय की टीमों ने दिनभर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विरुद्ध मानेसर जमीन घोटाले में सीबीआई तथा ईडी की जांच चल रही है। ईडी के चंडीगढ़ कार्यालय द्वारा पहले भी भूपेंद्र सिंह हुड्डा को पूछताछ के लिए कई बार तलब किया जा चुका है।

बुधवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे भूपेंद्र सिंह हुड्डा सेक्टर-18 स्थित ईडी कार्यालय पहुंचे। करीब चार घंटे तक उनसे पूछताछ की गई। सूत्रों की मानें तो ईडी के अधिकारियों ने मानेसर जमीन घोटाले में हुड्डा से पूछताछ की है। उधर हुड्डा के ईडी कार्यालय में होने की सूचना मिलते ही मीडिया का जमावड़ा लग गया। दोहपर करीब एक बजे हुड्डा ईडी कार्यालय से बाहर निकले, लेकिन वह मुख्य द्वार की बजाए पिछले दरवाजे से बाहर निकल गए।

दूसरी तरफ ईडी की टीम ने बुधवार की सुबह भारी पुलिस तथा अर्द्ध सैनिक बलों के साथ सिरसा जिला के तेजा खेड़ा स्थित चौटाला फार्म में डेरा डाल लिया। ईडी के अधिकारियों ने तेजा खेड़ा में कई घंटे तक जांच-पड़ताल की। जबकि ईडी के सहायक निदेशक दीपक कुमार और उनकी टीम ने पंचकूला में बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए मनसा देवी कांप्लेक्स सेक्टर-चार स्थित कोठी नंबर 6-पी को अटैच कर दिया। इस कोठी के बाहर एक नोटिस चस्पा करने के अलावा बड़ा सा बोर्ड लगा दिया गया है। उस पर लिखा है कि यह संपत्ति ईडी की है, जोकि पहले ओम प्रकाश चौटाला की थी। इसे अब अटैच कर दिया गया है।

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