नई दिल्ली। भारत में कोरोना वैक्सीन के लिए जॉनसन एंड जॉनसन  ने जो प्रपोजल दिया था, उसे अब वापस ले लिया है. ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) के सूत्रों की ओर से ये जानकारी दी गई है. ऐसे में भारत में कोरोना वैक्सीनेशन के मिशन में विदेशी वैक्सीन की एंट्री को एक और बड़ा झटका लगा है.

जॉनसन एंड जॉनसन ने अपना प्रपोजल वापस क्यों लिया है, अभी इसका कोई ठोस कारण सामने नहीं आया है. अभी भारत में सिर्फ एक ही विदेशी वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो रूस की स्पुतनिक-वी है.

इसके अलावा भारत में मॉडर्ना, फाइज़र समेत अन्य वैक्सीन की एंट्री पर काम चल रहा है. लेकिन अभी तक किसी को भी मंजूरी नहीं मिली है. भारत अभी तक सिर्फ तीन वैक्सीन का इस्तेमाल कर रहा है, जिनमें कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पुतनिक-वी शामिल हैं.

आपको बता दें कि जॉनसन एंड जॉनसन दुनिया की जानी-मानी कंपनी है, जो मेडिकल से जुड़े प्रोडक्ट बनाती है. कंपनी के मुताबिक, उनकी कोरोना वैक्सीन की सिंगल डोज़ 85 फीसदी कारगर है. कंपनी का दावा है कि उनकी वैक्सीन साउथ अफ्रीका, ब्राजील वैरिएंट पर भी कारगर है.

गौरतलब है कि भारत में इस साल जनवरी में वैक्सीनेशन का अभियान चल रहा है. देश में अभी तक 47 करोड़ के करीब वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी हैं, जबकि करीब 10 करोड़ लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज़ लग चुकी हैं. देश में रोज़ाना एक दिन औसतन 50 लाख वैक्सीन की डोज़ लगाई जा रही हैं.

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