नई दिल्ली। आमतौर पर आपने विरोध प्रदर्शन के दौरान नेताओं के पुतले जलते तो कई बार देखें होंगे, लेकिन मध्य प्रदेश  के उज्जैन में सोमवार को अनोखा विरोध प्रदर्शन हुआ जिसमें किसानों  ने किसी नेता का नहीं, बल्कि मौसम विभाग का ही पुतला दहन कर दिया. साथ ही जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई. इसके अलावा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र के पुतले का भी दहन किया गया.

दरअसल, उज्जैन में सोमवार को किसानों ने प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने बारिश को लेकर मौसम विभाग के पूर्वानुमानों के लगातार गलत होने को लेकर विरोध जताया तो वहीं मौसम विभाग का पुतला भी जलाया.

किसानों का आरोप है कि लगातार गलत पूर्वानुमान से कई किसानों की फसल बोवनी में ही खराब हो गई है. किसानों का आरोप है कि मौसम विभाग द्वारा जताए गए पूर्वानुमान के आधार पर किसानों ने खेतों में सोयाबीन की बोवनी कर ली थी, पर पानी नहीं बरसने के चलते किसानों की सारी फसल खराब हो चुकी है.

किसानों का कहना है कि पिछले साल भी सोयाबीन की फसल खराब हो गई थी और इस साल बारिश की लंबी खेंच ने फसल को बर्बाद कर दिया है जिससे किसानों की स्थिति खराब होती जा रही है.

इसके अलावा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र भी किसानों को उन्नत बीज उपलब्ध नहीं करा रहा है इसलिए उसका भी पुतला किया गया.

किसान संघ के प्रवक्ता भारत सिंह बैस ने बताया कि मौसम विभाग द्वारा किसानों को और पूरे देश को गलत अनुमान दिए जा रहे हैं कि इस सप्ताह में इतनी बारिश होगी. इस के अनुमान को लेकर किसानों ने बोनी की और कुछ जगह तो बिल्कुल बारिश नहीं हुई है और जो बोनी की गई है बारिश के अभाव में वह पूरी तरह से नष्ट हो चुकी है.

मौसम विभाग द्वारा जो गलत अनुमान दिए जा रहे हैं इसके विरोध में भारत सरकार के मौसम विभाग की जिम्मेदारी तय होना चाहिए और जो भ्रष्ट और गलत तरीके से जानकारी देने वाले अधिकारी हैं उन पर कार्यवाही की जानी चाहिए.

उन्होंने आगे कहा कि मौसम विभाग आज देश के किसानों के साथ धोखा कर रहा है इसको लेकर आज पुतला दहन किया गया. पिछली बार वायरस लगने से सोयाबीन की फसल पूरी तरह नष्ट हो गई थी हमें सरकार को कई बार पत्र लिखे हैं इस बारे में कि सरकार के जितने भी अनुसंधान केंद्र है चाहे छोटा हो एनआरसीएसएस उन्होंने पिछले 10 साल में एक भी उन्नत किस्म और रोग प्रतिरोधक किस्म की सोयाबीन किसानों को नहीं दी है.

उन्होंने कहा कि ऐसे अनुसंधान केंद्र और जितने भी विभाग हैं यह किसानों के नाम पर सरकार का पैसा लूट रहे हैं या तो ऐसे विभाग को बंद कर देना चाहिए और सरकार को निजी एजेंसीयो से अनुसंधान करवाना चाहिए और किसानों को उन्नत किस्म का बीज दें ताकि जो वायरस से लगातार हर वर्ष सोयाबीन नष्ट हो रही है यह रुक जाए और किसानों की बर्बादी रुक सके. इसलिए हमने मौसम विभाग और सोयाबीन अनुसंधान केंद्र दोनों के पुतले जलाए है.

Show comments
Share.
Exit mobile version