खूँटी। जिले के रनिया मॉडल सीएलएफ सह समुदाय संचालित प्रशिक्षण केंद्र में एनआरईटीपी के माध्यम से प्रखंड के आजीविका पशु सखियों को पुनः प्रशिक्षित कर उनका क्षमता वर्धन किया जा रहा है।
वर्तमान में आजीविका पशु सखी धरातल पर पशुधन के रख-रखाव एवं उनके बचाव के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। उनके द्वारा किये जा रहे कार्यों को सुचारू रूप से निष्पादित करने के लिए निरंतर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
क्षमता वर्धन के इस कड़ी में दीदियों को एमआईएस के माध्यम से किये जा रहे कार्यों की रिपोर्टिंग, डिजिटल माध्यम से दवाओं की मांग, पशुओं में पाए जाने वाले नए बीमारियों एवं उसके सही इलाज के गुर सिखाये जा रहे है। प्रशिक्षण के बाद उन्हें फिर से पशु गणना करने के लिए प्रेरित किया गया है ताकि वह ज्यादा से ज्यादा किसानों तक अपनी सेवाएँ पहुंचा सकें। साथ ही किसानों को रोग मुक्त पशुधन प्रदान करने के लिए हार्डनिंग केंद्र की स्थापना करने के लिए प्रशिक्षित किया गया।