रामगढ़। रामगढ़ विधानसभा सीट पर आजसू के उम्मीदवार के खिलाफ भाजपा नेताओं द्वारा आग उगलने के बाद आजसू ने भी पलटवार शुरू कर दिया है। भाजपा नेताओं ने जब आजसू के वर्तमान गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी पर परिवारवाद का आरोप लगाया, तो फिर रामगढ़ और बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक सरगर्मी काफी बढ़ गई। इस मुद्दे पर गुरुवार को क्षेत्र के दौरे पर निकले सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी ने सीधे तौर पर कह दिया कि आजसू अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। रामगढ़ और बड़कागांव विधानसभा सीट पर आजसू ने उम्मीदवार घोषित किया है। आजसू को भाजपा नेताओं के किसी भी बात से फर्क नहीं पड़ता है ।
चंद्रप्रकाश चौधरी ने यहां तक कहा कि भाजपा नेताओं से जाकर सवाल पूछिए कि जनता किसके साथ है, और किसे विधायक बनाना चाहती है। उन्होंने कहा कि रामगढ़ की जनता आजसू उम्मीदवार सुनीता चौधरी को समर्थन दे रही है। आजसू ने सुनीता चौधरी को इस बार रामगढ़ विधानसभा से उम्मीदवार बनाया है और उनके पक्ष में लगातार प्रचार भी हो रहा है। उनके पीछे जो जनसैलाब है, वह यह साबित कर रहा है कि रामगढ़ की जनता किसे विधायक पद पर देखना चाहती है। भाजपा अपना काम करें, आजसू अपना काम कर रही है।
लगातार मिलन समारोह में शामिल हो रहे चंद्रप्रकाश और सुनीता
रामगढ़ विधानसभा सीट से सुनीता चौधरी को उम्मीदवार उसी वक्त घोषित कर दिया गया था, जब सांसद पद की शपथ चंद्र प्रकाश चौधरी ले रहे थे। हालांकि इसकी औपचारिक घोषणा लगभग एक महीने पहले आजसू नेताओं ने रांची में बैठक करने के बाद की। विधानसभा चुनाव की घोषणा 1 नवंबर को हुई, लेकिन इससे पहले ही आजसू नेताओं ने अपना उम्मीदवार और विधायक चुन लिया था। गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी और उनकी पत्नी सुनीता चौधरी लगातार क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं। लगातार मिलन समारोह का आयोजन भी हो रहा है। लोग आजसू का दामन भी थाम रहे हैं। इन सभी कार्यक्रमों में चंद्रप्रकाश और सुनीता कभी साथ तो कभी अकेले शिरकत कर रहे हैं। पोचरा लोको कॉलोनी, रामगढ़ शहर के नई सराय बस्ती समेत कई स्थानों पर आजसू पार्टी में मिलन समारोह कार्यक्रम आयोजित हुआ। इन सभी स्थानों पर चंद्र प्रकाश चौधरी शामिल हुए और उन्होंने आजसू के द्वारा किए गए विकास कार्यों को लोगों के बीच रखा। उन्होंने कहा कि रामगढ़ के विकास मॉडल को देखकर ही गिरिडीह के लोगों ने उन्हें सांसद बनाया है। रामगढ़ अभी राज्य में विकास में नंबर वन के पायदान पर है। लेकिन इसे देश के नंबर वन जिले में शामिल करने के लिए और मेहनत करने की जरूरत है।