रांची। आजसू पार्टी के केंद्रीय महासचिव और विधायक लंबोदर महतो ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से नवरात्र प्रारंभ होने से पहले रजरप्पा स्थित छिन्नमस्तिके मंदिर, इटखोरी स्थित भद्रकाली मंदिर एवं देवघर स्थित बाबा बैद्यनाथ मंदिर को खोलने का आग्रह किया है।
उन्होंने मंगलवार को कहा कि देश के कई राज्यों में शक्तिपीठ एवं मंदिरों को श्रद्धालुओं और भक्तजनों के लिए खोल दिया गया है। देशभर के लोग यहां आना-जाना कर रहे हैं। झारखंड में भी यह कार्य अब किया जाना चाहिए। यहां भी लोग लंबे समय से शक्ति पीठ एवं मंदिरों को खोलने की मांग कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से कहा है कि मंदिरों के नहीं खुलने से जहां धार्मिक भावनाएं आहत हो रही है। वहीं दूसरी ओर मंदिर से जुड़े पुजारी और दुकानदारों के बीच भुखमरी की समस्या भी उत्पन्न हो गई है। कई परिवार ऐसे भी हैं जिनका जीवन मंदिर और मंदिर से जुड़े सामग्रियों एवं धार्मिक क्रियाकलाप से ही चलता है।
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के जम्मू स्थित वैष्णो देवी मंदिर, उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर, मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर, पश्चिम बंगाल के बीरभूम स्थित तारापीठ मंदिर, असम के गुवाहाटी स्थित कामाख्या मंदिर और ओडिशा राज्य के पूरी स्थित जगन्नाथपुर मंदिर के साथ-साथ देश के अन्य इलाकों में भी भक्तजनों के लिए शक्ति पीठ तथा मंदिरों को खोल दिया गया है। यहां पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन कराया जा रहा है। जिन लोगों ने कोविड-19 का टीका ले लिया है। वैसे लोगों को मंदिरों में प्रवेश दिया जा रहा है। झारखंड में भी इस प्रकार की व्यवस्था की जानी चाहिए ताकि यहां के लोग भी मंदिरों में जाकर ध्यान एवं पूजा अर्चना कर सके।