ओवैसी की पार्टी बीजेपी की बी टीम

गिरिडीह।धनवार विधानसभा क्षेत्र के घोड़थम्बा में झामुमो प्रत्याशी निजामुद्दीन अंसारी के पक्ष में रविवार को आयोजित चुनावी सभा में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सूबे के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन ने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार का चुनाव थोड़ा विचित्र है। भाजपा दूसरे राज्यों में जिस दल के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही है वह झारखंड में अलग अलग चुनाव लड़ रहे है। इसका मुख्य उद्देश्य है झारखंड में जनता के वोटों का बिखराव हो। लेकिन जनता को ये समझना है कि उन्हें वोटो को बिखेरने के बजाय राज्य के हित में काम करने वाली पार्टी को देना है। कहा कि आखिर क्या वजह है कि झारखंड में एनडीए गठबंधन तार-तार होकर अलग अलग चुनाव लड़ रही है।
उन्होंने कहा कि झारखंड को डबल इंजन की सरकार ने बर्बाद कर दिया है। भाजपा कभी धारा 370 के नाम पर तो कभी राम मंदिर के नाम पर लोगों को सिर्फ गुमराह करने का कार्य कर रही है। लोकसभा चुनाव में सभी के खाते में 15-15 लाख आने की बात कही थी। लेकिन वह सब सिर्फ जनता को बेवकूफ बनाने का प्रोपगंडा था। भाजपा सिर्फ हिन्दू मुस्लिम के नाम पर जनता को लड़ाने का कार्य करते है। महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए भाजपा ने लोकतंत्र का चीरहरण करने का कार्य किया। लेकिन आखिरकार उन्हें हार का ही सामना करना पड़ा।

इस दौरान उन्होंने ओवेसी की पार्टी को भाजपा की बी टीम बताते हुए कहा कि एक साजिश के तहत अल्पसंख्यकों के वोटों का बिखराव करने के लिए ओवेसी का हैदराबाद से झारखंड भेजा जा रहा है। कहा कि झारखंड में यूपीए गठबंधन की सरकार बनाने में जनता सफल रही तो पारा शिक्षकों और आंगबाड़ी सेविकाओं को सड़क पर आंदोलन करने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रघुवर सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उनके पास पारा शिक्षकों और आंगनबाड़ी की सेविकाओं को देने के लिए पैसा नहीं है। राज्य के विकास के लिए पैसा नहीं है, लेकिन अपने विकास के लिए पैसा है।

बड़े बड़े होडिंग और अखबारों में प्रचार करने के लिए पैसा है। इस दौरान उन्होंने कहा कि रघुवर सरकार पूर्ण बहुमत की सरकार होने के बाद भी एक भी जेपीएससी नहीं करा पाई। टेट पास युवा आज भी रोजगार के इंतजार में भटक रहे है। झारखंड की जमीनों पर पाबंदी लगाकर अपने काॅरपोरेट दोस्तों का फायदा पहुंचाने का कार्य कर रहे है। लेकिन अब जनता को घबराने की जरूरत नहीं है क्योकि ये सरकार अब सिर्फ चन्द दिनों की रह गई है।

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