रामगढ़। रामगढ़ में मॉब लिंचिंग में एक व्यक्ति की मौत के बाद जिला पुलिस प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने बुधवार की शाम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि गंडके गांव के 60 व्यक्तियों के खिलाफ रामगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इनमें से किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। सभी आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी कर ली गई है। इस गांव में लगातार छापेमारी अभियान चलाया जाएगा।हर उस आरोपी की पहचान की जाएगी, जिसने उस अज्ञात व्यक्ति के साथ मारपीट की थी।
एसपी ने बताया कि रामगढ़ जिले में पिछले एक सालों में बच्चा चोरी का एक भी मामला कहीं भी थाने में दर्ज नहीं है। अफवाह में पड़ कर ग्रामीण निर्दोष इंसानों की जान ले ले रहे हैं। यह मानवता के खिलाफ है। कानून किसी भी परिस्थिति में इसकी इजाजत नहीं देता है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अगर किसी व्यक्ति को किसी दूसरे व्यक्ति पर संदेह हो रहा है तो तत्काल इसकी सूचना प्रशासन के अधिकारियों को दे। अगर वह कानून हाथ में लेते हैं और किसी की जान जाती है तो यह सीधे-सीधे एक आपराधिक मामला माना जाएगा। अपराध को अंजाम देने वालों के साथ वही सलूक किया जाएगा, जो एक कुख्यात अपराधी के साथ किया जाता है। उन्होंने कहा कि रामगढ़ जिले के अलावा झारखंड प्रदेश के किसी भी जिले में पिछले 8 महीनों में एक भी बच्चा चोरी का मामला सामने नहीं आया है। सोशल मीडिया पर अफवाह फैला कर भीड़तंत्र कानून को हाथ में ले रहा है। पुलिस ऐसे भीड़तंत्र में शामिल होने वाले लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि आज गंडके के पांच लोगों को जेल भेजा गया है। इसके अलावा वहां के अन्य आरोपियों को भी जेल भेजा जाएगा।
रामगढ़ में दो महीने से चल रहा मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर जागरूकता कार्यक्रम
एसपी ने बताया कि रामगढ़ जिले में पिछले 2 महीने से मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। विभिन्न थाना क्षेत्रों में थाना प्रभारी और स्कूलों में वरीय पुलिस पदाधिकारी इस मुद्दे पर आम लोगों को जागरूक कर रहे हैं। यहां तक कि पूरे जिले में जागरूकता गाड़ी भी चलाई जा रही है।
एसपी ने 5 दिन पहले बचाई थी एक भिखारिन की जान
एसपी ने बताया कि पिछले एक पखवारे में बच्चा चोरी के अफवाह को लेकर कई स्थानों पर ग्रामीणों ने कुछ लोगों को पकड़ा था। इन मामलों में पुलिस को समय पर सूचना मिली। पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों की जान भी बचाई। ऐसा ही एक मामला 5 दिन पहले पतरातू थाना क्षेत्र में भी आया था। एक भीखारिन इसी ट्रेन से उतरकर पतरातू पहुंच गई थी। वहां भी भीड़ में शामिल कुछ लोगों ने उसे बच्चा चोर का नाम दे दिया और उसके साथ मारपीट करने लगे। पुलिस को सूचना मिली तो पुलिस मौके पर पहुंचकर उस भिखारिन की ना सिर्फ जान बचाई बल्कि उसे उसके घर तक पहुंचाने का भी काम किया।

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