रांची। रांची के चान्हो थाना स्थित सिलागांई में एकलव्य आवासीय विद्यालय निर्माण को लेकर मंगलवार को पुलिस और ग्रामीणों के बीच झड़प होने का मामला प्रकाश में आया है। जानकारी के अनुसार मंगलवार को ग्रामसभा के जरिए विवाद सुलझाने गये जिला प्रशासन के पदाधिकारियों के साथ ग्रामीण उलझ गये और ग्रामीण बैरिकेडिंग तोड़ने लगे। हालात बिगड़ता देख पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। जवाब में ग्रामीणों की तरफ से भी पथराव किया गया। इस झड़प के दौरान पुलिसकर्मी और पत्रकार, ग्रामीण सहित 12 लोग घायल हो गये हैं। घायलों में पांच से अधिक पुलिसकर्मी भी शामिल हैं।
ग्रामीणों ने खलारी डीएसपी अनिमेष नैथानी के वाहन का शीशा भी तोड़ दिया। बताया गया कि जिला प्रशासन सिलागाईं के ग्रामीणों के साथ ग्राम सभा करने की तैयारी की थी। इसका मकसद था कि गांव में बाहर के लोग न आ सकें। इसके लिए सिलागाई आने वाले तमाम रास्तों पर पुलिस को तैनात किया गया था। पूरे इलाके में लगभग सैकड़ों पुलिस तैनात थी। एसडीएम सहित कई अन्य अधिकारी भी पहुंचे थे। लेकिन ग्रामीणों ने बैरिकेडिंग तोड़ दिया और पुलिस से धक्का मुक्की करते हुए गांव में प्रवेश कर गए। हालात को बिगड़ता देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले बीते 22 नवंबर को ग्रामीणों ने सिलागांई में एकलव्य आवासीय विद्यालय की बाउंड्री को भीड़ द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया था और निर्माण कार्य में लगे मशीनों को जला दिया गया था। इस मामले में पुलिस ने 33 नामजद सहित एक हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ चान्हो थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। प्राथमिकी में सिलागांई के मुखिया बुधराम उरांव सहित 32 अन्य लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया था। आदिवासी संगठन अमर शहीद वीर बुधु भगत के स्मारक स्थल पर विद्यालय निर्माण का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना कि इस स्थान से शहीद वीर बुधु भगत की आस्था जुड़ी है। सरकार जहां चाहे स्कूल का निर्माण करा ले। यहां स्कूल का निर्माण नहीं होने देंगे।