रामगढ़। जिले के गोला के चक्रवाती गांव में एक परिवार ने जीवित बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया।

बताया गया है कि लड़की पड़ोस के गांव में रहने वाले एक लड़के से प्यार करती थी। दोनों परिवारों को यह रिश्ता मंजूर नहीं था। लिहाजा लड़की और लड़के के परिवार वाले संबंध तोड़ने का दबाव बना रहे थे। इस बीच परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर प्रेमी जोड़े ने मंदिर में विवाह कर लिया। इससे नाराज होकर लड़की के परिवार वालों ने उससे रिश्ता तोड़ लिया।

बेटी के घर से गायब होने के बाद परिजनों ने चोकाद गांव के रहने वाले एक युवक के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया। इसमें लड़के पर लड़की को जबरन भगाने का आरोप लगाया गया। आरोप के आलोक में पुलिस ने लड़की और लड़के को हिरासत में ले लिया। दोनों से अलग-अलग तथा एक साथ बैठाकर पूछताछ की गई। लड़के और लड़की ने पुलिस को बताया कि वह दोनों प्रेम करते हैं। दोनों बालिग हैं। अपनी मर्जी एक दूसरे को अपना जीवन साथी चुना है। इसके बाद पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया।

लड़की के स्वजनों को यह प्रेम विवाह पंसद नहीं आया। बेटी जब समझाने के बावजूद लड़के से रिश्ता तोड़ने को तैयार नहीं हुई तो परिजनों ने से नाराज होकर उसका पुतला बनाया। उसके पुतले का अंतिम संस्कार कर दिया। इसके बाद अंतिम संस्कार की दूसरी प्रक्रियाएं भी हिंदू रीति-रिवाज के साथ पूरी की गई। परिवार के लोगों को एकत्र कर घर के मुखिया ने समझाया कि वह आज से यह मान लें कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं है।

 

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