खूँटी (स्वदेश टुडे)। जिले के रनिया प्रखंड अंतर्गत टंगरकेला गाँव में मेहनतकश किसान महावीर साहू के द्वारा 20 जुलाई को अपने 3 एकड़ जमीन पर अराइज गोल्ड हाइब्रिड किस्म का धान का फसल लगाने का कार्य किया गया था। परंतु धान का फसल पर बीमारी लगने के कारण धान का फसल अब पूरी तरह से सूख गया है।जिससे न केवल उसका धान का पौधा ही सूखा बल्कि उसके द्वारा किया मेहनत भी बर्बाद हो गया । और तो और जीवन बचाने और जीवन देने वाला वर्ष भर का अनाज भी मनुष्य जीव को भी उगने वाले उस अनाज से वंचित होना पड़ा। इसपर, किसान महावीर के द्वारा गुरुवार को बताया गया कि अच्छी फसल व ज्यादा मुनाफा के उम्मीद और लोभ से खेत पर हाइब्रिड किस्म का धान का बीज गांव के ही बीज के दुकान से उसने खरीदा था। किसान के द्वारा बताया गया कि 3 एकड़ जमीन पर 14 किलो हाइब्रिड किस्म का बीज की खरीदारी 300 प्रति किलो की दर से किया गया था। उन्होंने बताया कि धान का फसल में अब तक किसी भी प्रकार का कीटनाशक का छिड़काव नहीं किया गया है।धान रोपाई के वक्त धान में 50 किलो यूरिया व 50 किलो डीएपी खाद का छिड़काव किया गया था। महावीर ने बताया कि धान का फसल सूखने के कारण उन्हें 80 हजार रूपये का नुकसान हो गया। साथ ही, धूप और पानी के बीच किया गया मेहनत बेकार चला गया। और उम्मीद में पानी फिर गया।
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