खूँटी। जिले के व्यवहार न्यायालय में आज राष्ट्रीय लोक अदालत का एक दिवसीय आयोजन किया गया। राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ डालसा अध्यक्ष सह प्रधान जिला सत्र न्यायाधीश सत्य प्रकाश, जिला जज न्यायाधीश राजेश कुमार, डालसा सचिव निताशा बारला आदि ने दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ किये। इसी क्रम में न्यायाधीश सत्य प्रकाश, न्यायाधीश राजेश कुमार, न्यायाधीश सत्यकाम प्रियदर्शी आदि ने न्यायालय परिसर में कल्प तरु, रक्त चंदन, लाल चंदन, रुद्राक्ष आदि के पौधों का पौधारोपण किये। कार्यक्रम में लोक अदालत के सुलह के लिए छह बेंच बनाए गए थे। जिसमें सुलह योग्य मामलों का निपटारा किया गया। जिला विधिक सेवा प्राधिकार खूँटी की अगुवाई में इस लोक अदालत में सभी तरह के सुलह योग्य मामले का निपटारा किया गया। इस लोक अदालत में डालसा अध्यक्ष सह न्यायाधीश सत्य प्रकाश ने अपने सम्बोधन में बताया कि प्राचीन काल में भी लोक अदालत लगाया जाता था। जो समाज के पंचायत द्वारा सुलह कराया जाता था। और यह बाद में लोकतांत्रिक व्यवस्था के अन्तर्गत कोर्ट में निशुल्क सुलह कराना आरम्भ किया गया। लोक अदालत द्वारा किया गया फैसला का कहीं भी आगे अपील नहीं होता है। साथ ही कोर्ट फीस भी नहीं लगता है। कहीं खर्च लगा भी होगा तो वह भी वापस हो जाता है। 

इस लोक अदालत में प्रिलिटिगेशन केश सहित बिजली, बैंक ऋण, आपसी विवाद, घरेलू विवाद, वन विभाग, माप तौल, चेक बाउंस, वाहन दुर्घटना, इंस्युरेंस, आदि अन्य मामलों पर सुलहनीय कार्य इस लोक अदालत में किया गया। जिसमें 9490 मामलों का निस्तारण और 1,95,57,986 रु राजस्व के रुप में प्राप्त हुआ।

इस लोक अदालत में मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी सत्यपाल, एसडीजेएम रवि प्रकाश तिवारी, न्यायिक दंडाधिकारी तुषार आनंद, डालसा सचिव निताशा बारला, और अवनिश भारद्वाज आदि ने सफल बनाने में मदद किये।

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