खूँटी (स्वदेश टुडे)। झारखण्ड के खूँटी और आसपास के डेढ़ से दो सौ मजदूर हिमाचल प्रदेश में स्थानीय लोगों के द्वारा मारपीट करने और धमकी दिये जाने के बाद से खूँटी के मजदूर सहमे हुए हैं।

बिजली का वायरिंग का काम कराने के लिए ठीकेदार मजदूरों को हिमाचल प्रदेश लेकर गया था। और ऐसी घटना घटने के बाद अब वो अपना प्रदेश झारखण्ड वापस आना चाहते हैं। जो कि मजदूरों को वापस ले आने के लिए किसी प्रकार की अगुवाई विभाग द्वारा नहीं किया जा सका है।
हालांकि इसकी जानकारी खूंटी जिला श्रम अधिक्षक लक्ष्मी कुमारी को मिल गई है। उन्होंने बताया कि जिसके बाद से स्टेट कंट्रोल रुम से लगातार वह सम्पर्क बनायी हुई है। उन्होंने बताया कि आवेदक दशरथ आईन्द का फोन नम्बर आवेदन पत्र में दिया गया है। पर उन फंसे लोगों का सही पता नहीं रहने के कारण लोगों से सही स्थिति और पता की जानकारी नहीं मिल पा रही है।
परिजन एवं अन्य झारखण्डियों जिनमें लगभग 150 मजदूर काम करने के लिए धर्मेन्द्र राठी पावर प्रोजेक्ट ग्राम लम्बर, थाना + पोस्ट- गुरंग, जिला-खूँटी किनौर (रिकंगपियों) हिमाचल प्रदेश पिन 172109 “गया है। वहाँ 2 अक्टूबर की रात को वहाँ के लोकल मजदूर लोग झारखण्डियों पर मार-पीट किया। उसके बाद दूसरा दिन पुलिस के सामने 15 लड़कों को घर से बाहर निकाल कर मार-पीट किया गया । जिससे वे लोग सहमे हुए हैं। उन लोगों का कहना है कि झारखण्डियों को मार-मार कर फेंकने की बात कही है।ऐसी बात सुनने के बाद सभी मजदूर सहमे हुए हैं।
भ़ोण्डा निवासी दशरथ आईन्द ने श्रम अधिक्षक लक्ष्मी कुमारी से झारखण्ड अपना अपना घर खूँटी तक पहुँचाने में मदद की गुहार लगाई है।
लेकिन समाचार लिखे जाने तक वर्तमान में प्रशासन या विभाग द्वारा किसी प्रकार से व्यवस्था नहीं हो पायी है।

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