हजारीबाग। भाजपा संगठन में कुछ दिन में सब कुछ ठीक-ठाक नहीं चल रहा है
भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता होने के नाते मेरे मन में यह बात बार-बार उठ रही है
जिस तरह महाभारत में भीष्म पितामह ने भी द्रोपदी का चीर हरण होते हुए देखा, चाहते तो वाह इस कृत को रोक सकते थे लेकिन लेकिन वह दर्शक दीर्घा में मौन व्रत धारण कर बैठे रहे।
उसी तरह मैं भी अपने हजारीबाग में संगठन को टूटता बिखरता देख रहा हूं। मैं भी चुपचाप बैठा हुआ हूं
लेकिन मन को रोकना मुश्किल हो गया। उक्त बातें हजारीबाग के भाजपा के वरिष्ठ नेता केपी ओझा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही। उन्होंने कहा कि
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेतागण तथा कार्यकर्ता एवं समर्थक वर्ग अपने आप को आज ठगा और अपमानित महसूस कर रहे हैं।
उसके मन में बार-बार अपने घर में पराया होने का दर्द व्यतीत कर रहा है।
पिछले कुछ महीनों से यह देखा जा रहा है कि हजारीबाग के भारतीय जनता पार्टी के राजनीति निम्न स्तर पर आ गई है। राष्ट्रीय तथा प्रदेश के पदाधिकारियों का लगातार कार्यक्रम हजारीबाग में हो रहा है लेकिन इन कार्यक्रमों में बहुत सारे कार्यकर्ता को उपेक्षित किया जा रहा है। चाहे वह वरिष्ठ कार्यकर्ता हो, सक्रिय कार्यकर्ता हो या फिर समर्पित कार्यकर्ता हो। सभी अपने आप को वंचित महसूस कर रहे हैं।
इसका खामियाजा हम लोगों को आने वाले जिला परिषद चुनाव नगर निगम चुनाव और विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव मैं भी उठाना पड़ सकता है।

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