खूँटी। आज की परिस्थिति में कोरोना महामारी के साथ-साथ नेताओं की टीका-टिप्पणी भी जोरों पर है। आए दिन खूँटी में स्वास्थ्य संसाधन पर कमी, बढ़ते जनसंख्या और महामारी के बढ़ते क्रम में राजनीति वार का एक-दूसरे पर उलाहना कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इन दिनों वेंटिलेटर और अन्य संसाधन पर अर्जुन मुंडा के द्वारा उठाए गए सवाल पर राजनीति गरमाई हुई है| इसपर जेएमएम क्रीड़ा मंच के जिलाध्यक्ष सह पूर्व विधानसभा प्रत्याशी सुशील पाहन ने कहा कि जिला अस्पताल में आज सीटी स्कैन मशीन का नहीं होना, और इसे दुर्भाग्यपूर्ण कहना भाजपा के नेताओं के द्वारा अपनी 16-17 वर्षो के कार्यकाल के विफलताओं को ढकने का काम है। क्योंकि ये विफलता किसकी है? हम सब जानते हैं कि झारखण्ड राज्य बनने के बाद से ही करीब 16-17 वर्षो तक भाजपा की ही सरकार थी। और यह नारा दिया जाता था कि डबल इंजन की सरकार ही प्रदेश का विकास कर सकती है, यह कह कर खूँटी की जनता को गुमराह किया गया। इतने वर्षों तक खूँटी की जनता की सुख-दुख की चिन्ता किसी भाजपा नेताओं ने नहीं किया। जबकि खूँटी के तत्कालीन सांसद को भी खूँटी की जनता ने करीब 40 वर्षों तक खूँटी की प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया और आज खूँटी  की जनता के लिए कोई भी मुलभूत सुविधा नहीं होना, और इसे दुर्भाग्यपूर्ण बता कर अपनी नाकामी को जनता के आँखों में धुल झोंकने जैसा काम है|

जिले के संसाधन अभाव पर आपूर्ति राज्य सरकार की ओर से खूँटी के वर्तमान अभावग्रस्त समय पर संसाधन की मांग और व्यवस्था देने का समय है। पर  राजनितिक दलों में दोषारोपण जारी है।

इसी बीच सुशील पाहन ने विज्ञप्ति देकर बताया कि जबकि आज के वर्तमान समय में हेमंत सोरेन सरकार इतने कठिन परिस्थतियों और सीमित संसाधनों के वावजूद  भी इस कोरोना महामारी से निपटने के लिए हरसम्भव दिन रात कोशिश कर लोगों को सुविधा उपलब्ध करा रहे हैं। प्रत्येक जिला अस्पताल, रिम्स, जमशेदपुर आदि के अस्पतालों को अपग्रेड कर उस क्षेत्र की जनता को अधिक से अधिक सुविधा देने  का काम कर राज्य की जनता को सुरक्षित और स्वास्थ्य रखने की दिशा में काम कर रहे हैं।

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