खूँटी (स्वदेश टुडे)। नगर पंचायत के खूँटी क्लब परिसर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा विगत बुधवार देर रात शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। इस कार्यक्रम में खूँटी क्लब प्रांगण में भगवा ध्वज लगाकर भारत माता की प्रार्थना की। इसी क्रम में जिला प्रचार प्रमुख ने शरद पूर्णिमा की महता को बतलाते हुए हिंदूओं को जागृत होने की बात कही। देर रात तक घास पर अनुशासित बैठे स्वयंसेवकों ने शरद पूर्णिमा के साथ जुड़े इतिहास को जाना। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ खूंटी की ओर से खूंटी क्लब में शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। मौके पर जिला प्रचार प्रमुख अश्विनी मिश्रा, धर्मजागरण विभाग प्रमुख मदनमोहन गुप्ता, नगर संघचालक सुरेश मिश्रा, जिला कार्यवाह शशि पांडे उपस्थित थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की शाखा में भगवा ध्वज लगा कर कार्यक्रम किया गया और भारत माता की प्रार्थना की गई। मौके पर खेल, व्यायाम, कसरत आदि के साथ शरद पूर्णिमा उत्सव मनाया गया। साल के 12 महीनों में शरद पूर्णिमा का दिन सबसे खास होता है। यह दिन तन, मन और धन के लिए सर्वश्रेष्ठ होता है। इस दिन चंद्रमा की किरणों से अमृत की वर्षा होती है। केवल शरद पूर्णिमा में ही चंद्रमा अपनी सोलह कलाओं से संपूर्ण होती है और पृथ्वी के सबसे ज्यादा निकट भी रहती है। आयुर्वेदाचार्य भी इस पूर्णिमा की प्रतीक्षा करते हैं। इस दिन की शीतल चांदनी में रखी खीर खाने से शरीर के सभी रोग दूर होते हैं। ऐसी मान्यता है कि जब वृंदावन में भगवान कृष्ण रास रचा रहे थे तो चंद्रमा आकाश से यह सब देख रही थी और भाव विभोर होकर अपनी शीतलता के साथ पृथ्वी पर अमृत की वर्षा आरंभ कर दी। विश्व के आदि कवि महर्षि बाल्मीकि की जयंती भी है। वे मात्र कवि नहीं थे अपितु दिव्य अस्त्रों के ज्ञाता भी थे। उन्होंने लव कुश को महान योद्धा बनाया। उन्होंने रामायण महाकाव्य की रचना की थी।
इस अवसर पर जिला प्रचार प्रमुख अश्विनी मिश्रा ने कहा कि भारत 12 सौ साल पहले विश्व गुरु था, अब फिर से देश को विश्व गुरु बनाना है। उन्होंने कहा कि आज शरद पूर्णिमा के साथ कवि महर्षि बाल्मीकि की जयंती भी है। दुनिया में जितने भी धर्म है लगभग सभी विस्तारवादी हैं। सनातन धर्म ऐसा धर्म है जो आक्रांता या विस्तारवादी नहीं है। शरद पूर्णिमा के अवसर पर उपस्थित लोगों ने खीर का भोग ग्रहण किया। कार्यक्रम में नगर संघचालक सुरेश मिश्रा, जिला कार्यवाह शशि पांडे, सुनील मिश्रा, विनोद जायसवाल, मदनमोहन गुप्ता, प्रियंक भगत, मनोज साहू, सुनील मिश्रा, विनोद जायसवाल, अनिल कुमार, मुसाफिर विश्वकर्मा, डॉ अवधेश कुमार समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
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