इचाक| आदर्श युवा संगठन के जिला अध्यक्ष रूपेश कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि बढ़ते संक्रमण से बचाव के लिए इचाक के पुराना प्रखंड कार्यालय और डाढा में नवनिर्मित मॉडल स्कूल को कोविड-19 अस्पताल  के रूप में डेवलप किया जाना चाहिए।

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड सेंटर बढ़ाने की मांग लोगों ने ही की है|  मांग जायज बताते हुए रुपेश कुमार ने अस्थायी कोविड अस्पताल बनाने की मांग की है। कोरोना के मरीजों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि एक सप्ताह मे ही दुगुनी रफ़्तार से नए मरीज मिल रहे हैं। इस समय 3000 से ज्यादा हज़ारीबाग जिले मे सक्रिय मरीज हैं।

एक आंकड़े के मुताबिक जिले में एक से डेढ़ हजार लोग अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं जबकि 1000 से अधिक लोग होम आइसोलेशन में हैं। इधर हर दिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से अस्पतालों में बेड बढ़ाए जाने को लेकर माथापच्ची चल रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोविड सेंटर को विकल्प के तौर पर अस्थायी अस्पताल बनाये जाने की बात कही जा रही है।

जिले में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब बड़े हॉल, खाली पड़े मैदान, स्कूल कॉलेजों को अस्थायी अस्पताल बनाए जाने के फैसले लिए जा सकते है| आने वाले दिनों में यहां मरीजों को भर्ती करने संबंधी व्यवस्थाएं भी शुरू की जा सकती हैं। ताकि मरीजों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो सके।

कोविड सेंटर  अस्पताल में सैकड़ो बेड बनाया जा सकता है। और उन्ही बेड को उपलब्ध करवा कर अस्पतालों में मरीजों को आक्सीजन से लेकर अन्य जरूरी दवाइयां देने का काम करवाया जा सकता  है। हालांकि यह उतना भी आसान नही है लेकिन मुश्किल भी नही है।

अस्पताल प्रशासन ने जरूरी दवाइयों एवं कोविड सेंटर के लिए अतिरिक्त स्टाफ की मांग की है।हालांकि स्वास्थ्य विभाग व प्रशासन से लेकर निजी अस्पताल के लोग भी इस दिशा में तेजी से प्रयास कर रहे हैं, ताकि संक्रमित लोगों को सही समय पर उपचार देकर उनकी सुरक्षा कर सके।

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