खूँटी। आज समाहरणालय में विभिन्न विभागों यथा कृषि, मत्स्य, उद्यान एवं पशुपालन के साथ उपायुक्त शशि रंजन ने बैठक कर समीक्षा की। उपायुक्त ने पीएम किसान योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले के सभी निबंधित किसानों को केसीसी से आच्छादित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने निर्देशित किया कि आगामी बुधवार को KCC सुधार दिवस के रूप में सभी योग्य आवेदकों के आवेदन का निष्पादन जल्द से जल्द किया जाए। बैंकों से त्रुटि निराकरण हेतु वापस किये गए आवेदनों का जल्द से जल्द त्रुटि निराकरण करते हुए केसीसी ऋण स्वीकृति हेतु बैंकों को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। साथ ही बैंकों के साथ VLW को टैग किया जाना सुनिश्चित करें।

उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि एग्री क्लिनिक के सफल संचालन की साप्ताहिक रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाय। इसी क्रम में उपायुक्त द्वारा जिले के शत-प्रतिशत योग्य किसानों को केसीसी से लाभान्वित करने को लेकर सभी अंचल अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए गए।
इसमें सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी/प्रखंड तकनीकी प्रबंधक/सहायक तकनीकी प्रबंधक/जनसेवक एवं किसान मित्र के माध्यम से योजना का लाभ कृषकों को पहुंचाने हेतु सक्रिय भूमिका निभाना आवश्यक है।

बैठक के दौरान कृषि, मत्स्य, पशुपालन व उद्यान विभाग से जुड़े विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी व इन योजनाओं के लाभ के सम्बंध में चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि कृषि, उद्यान, मत्स्य के क्षेत्र में सभी को आत्मनिर्भर व सशक्त बनाया जा सके। जिले में कृषि की अपार संभावनाएँ हैं और ऐसे में यदि प्रशासन के अधिकारी सरकार द्वारा चलायी जा रही कृषि योजनाओं को उचित रूप से धरातल पर उतार पायें तो हमारे किसान सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे।

बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना की सामीक्षा की गई। इस दौरान बताया गया कि बकरा विकास योजना, सुकर विकास योजना, बैकयार्ड लेयर कुक्कड़ पालन योजना, ब्रायलर कुक्कड़ पालन योजना एवं बत्तख चुजा वितरण योजना शामिल हैं।  मौके पर उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी अपने स्तर से पशु शेड निर्माण की योजना पर विशेष ध्यान दें। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना का लाभ आमजनों तक पहुंचाया जाना अतिआवश्यक है। तीव्र गति से योजनाओं का चयन कर ग्राम सभा में पारित कराते हुए कार्य पूर्ण करें तथा इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाय।
इसके साथ ही उपायुक्त द्वारा मत्स्य विभाग द्वारा संचालित मत्स्य विपणन योजना, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना व अन्य योजनाओं के तहत लक्ष्य प्राप्ति की समीक्षा की गई।
इसके अलावे मछली उत्पादन के विषय में निर्देशित किया कि वृहद स्तर पर उत्पादन करने की क्षमता को बढ़ाना है। उन्होंने जिला मत्स्य पदाधिकारी को निर्देश दिए कि ऑर्नामेंटल मछली(सजावटी मछली) पालन को भी बढ़ावा दिया जाय। उन्होंने कहा कि पंचघाघ में एक्वेरियम हाउस विकसित किये जाने हेतु उचित कार्ययोजना बनाई जाय। उन्होंने कहा कि पर्यटन की इन सम्भावनाओं के साथ पर्यटक आकर्षक एक्वेरियम हाउस भी देख पाएंगे एवं इससे रोजगार सृजन के भी अवसर मिलेंगे। ऐसे में सामुहिक प्रयास से आगे आने वाले दिनों में इस क्षेत्र में बेहतर परिणाम देखने को मिल सकता है।
आगे उपायुक्त द्वारा बताया गया कि हमारा उद्देश्य होना चाहिए कि हम किसानों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ें साथ ही उन्हें उचित प्रशिक्षण उपलब्ध कराते हुए आत्मनिर्भर बनाएं।

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