नई दिल्ली। पत्नी और मासूम बेटी की हत्या एक दिव्यांग युवक को जब पुलिस ने गिरफ्त में ले लिया तो उसने ट्रक के सामने आकर अपनी जान ही दे दी. यह मामला झारखंड के ग‍िर‍िडीह ज‍िले का है.

दरअसल 6 अक्टूबर की शाम को पीरटांड़ थाना इलाके के बराकर नदी के जंगल में एक महिला की लाश मिली थी. दो दिनों बाद मृतका की पहचान पचंबा थाना इलाके परसाटांड़ निवासी भूपेश मल्लाह की पत्नी खुशबू देवी के तौर पर हुई. इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की.जांच में यह साफ हुआ कि महिला की हत्या उसके पति भूपेश ने की है. ऐसे में भूपेश को हिरासत में लिया गया. भूपेश से पूछताछ हुई तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली.

भूपेश ने पुलिस को यह बताया कि 5 अक्टूबर को उसने अपनी पत्नी और बेटी को चन्द्रपुरा के दुग्धा जाने के लिए बस पर बैठा दिया. बस पर बैठाने के बाद वह बाइक पर सवार होकर पीछे-पीछे जाने लगा.

भूपेश ने गिरिडीह-डुमरी पथ पर कठवारा के पास बस को रुकवाया और पत्नी तथा बेटी को बाइक पर बैठाकर बराकर नदी के किनारे ले गया. यहां भूपेश ने पत्नी की सामने बेटी का गला घोंटकर उसे मौत की नींद सुला दिया. इसके बाद भूपेश ने अपनी पत्नी की भी गला दबाकर हत्या कर दी. लाश को जंगल में फंदे पर लटका दिया जबकि बेटी की लाश को नदी के किनारे ही गाड़ दिया.

ट्रक के सामने लगा दी छलांग 

भूपेश ने पुलिस को यह बताया कि उसने बेटी की लाश को बराकर नदी के किनारे गाड़ा है. ऐसे में शनिवार की शाम को भूपेश को लेकर पीरटांड़ थाना की पुलिस बराकर नदी के किनारे पहुंची. यहां मृतका का बैग मिला लेकिन बेटी का शव नहीं मिला. भूपेश को लेकर पुलिस जब वापस लौट रही थी. इस दौरान भूपेश के रिश्तेदार भी साथ में थे. अभी बराकर नदी के तट से उठकर पुलिस के साथ भूपेश, उसके परिजन और अन्य कुछ लोग गिरिडीह-डुमरी हाइवे पर पहुंचे ही थे तभी डुमरी की तरफ से आ रही ट्रक के सामने भूपेश ने छलांग लगा दी. घटनास्थल पर ही भूपेश की मौत हो गई.

एसडीपीओ मनोज कुमार ने कहा कि भूपेश ने अपनी पत्नी और बेटी की हत्या करने की बात कबूल कर ली थी. चूंकि, घटनास्थल देखने और बच्ची का शव ढूंढना जरूरी था. ऐसे में पुलिस की टीम भूपेश को लेकर घटनास्थल पर गई थी. भूपेश दिव्यांग था तो उसे हथकड़ी नहीं लगाई गई थी. इस बीच भूपेश खुद ही ट्रक के सामने कूद गया. बाकी मामले की जांच की जा रही है.

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