काठमांडू/नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने मंगलवार को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए रिमोट कंट्रोल से भारत नेपाल सीमा पार तेल पाइपलाइन का उद्घाटन किया। यह भारत मेंं मोतीहारी से नेपाल के अमलेकगंज तक बिछाई गई पहली सीमा पार पाइपलाइन है।
इस अवसर पर भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि यह बहुत संतोष की बात है कि दक्षिण एशिया की पहली क्रॉस बॉर्डर पेट्रोलियम पाइपलाइन रिकॉर्ड समय में पूरी हो गई है। यह उम्मीद से आधे समय में पूरी हो गई है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय नेपाली नेतृत्व, नेपाल सरकार के समर्थन और उनके संय़ुक्त प्रयासों को जाता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2015 में विनाशकारी भूकंप के बाद जब नेपाल ने पुनर्निर्माण शुरू किया, तो भारत ने पड़ोसी और करीबी दोस्त के रूप में सहयोग के लिए हाथ बढ़ाया था। उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि संयुक्त सहयोग के कारण नेपाल के गोरखा और नुवाकोट जिले में फिर से घर बनाए गए है।
इस पाइपलाइन परियोजना का प्रस्ताव साल 1996 में पहली बार पेश किया गया था, लेकिन इसकी प्रक्रिया काफी धीमी थी। साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेपाल दौरे के बाद इसमें गति आई।
वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए उद्घाटन के बाद इसका औपचारिक उद्घाटन किया गया । इस अवसर पर नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप कुमार ग्याली, वाणिज्य मंत्री मंत्रिका प्रसाद यादव और नेपाल में भारत के राजदूत मंजीव सिंह पुरी भी उपस्थित थे।