काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान ने मानवाधिकार कार्यकर्ता हबीबुल्ला फरजाद की बुरी तरह से पिटाई की है। उनकी पिटाई केवल इस कारण से की गई, क्य़ोंकि उन्होंने महिलाओं के प्रदर्शन में भाग लिया था।
हबीबुल्ला फरजाद ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि तालिबान ने हाथों को पीठ के पीछे हथकड़ी लगाकर बांध दिया और फिर बुरी तरह से पिटाई शुरू कर दी, जिससे वह बेहोश हो गए। बेहोश होने के बाद उन्हें एक दूसरे कमरे में ले जाया गया, जहां कई पत्रकार तथा अन्य लोग भी हिरासत में रखे गए थे।
उधर, महिला प्रदर्शनकारियों ने देश में अफगान महिलाओं के लिए समान अधिकार और निर्णय लेने की भूमिका की मांग की।
तालिबान ने फरजाद पर ‘इस्लाम’ के खिलाफ जाने का भी आरोप लगाया और कहा, “आप इस्लाम के खिलाफ काम कर रहे हैं, इसलिए हमें आपके जैसे काफिरों को मारने की इजाजत है।”
उल्लेखनीय है कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है, जब तालिबान ने किसी कार्यकर्ता का अपहरण कर मारपीट की है। काबुल में कब्जा करने के बाद से तालिबान समूह लगातार उनके खिलाफ आवाज बुलंद करने वाले मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और पत्रकारों पर उत्पीड़नात्मक कार्रवाई कर रहा है।