काबुल। अफगानिस्तान पर अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए प्रयासरत तालिबान ने अब अमेरिका को आंख दिखाना शुरू कर दिया है। तालिबान ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को धमकी दी है कि वह 31 अगस्त तक अफगानिस्तान से अपने सैनिक वापस बुला ले नहीं तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि काबुल से हजारों लोगों की वापस लाने का काम कठिन और पीड़ादायक होने वाला है। चाहे इसकी शुरुआत कभी भी की जाए। टेलीविजन पर दिखाई जा रहीं दर्दनाक एवं दिल दहला देने वाली तस्वीरों के बिना इतने सारे लोगों को निकालने का कोई तरीका नहीं था।
उधर, काबुल एयरपोर्ट पर देश छोड़ने की कोशिश करते लोगों की भीड़ पर तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि यह चिंतित या डरने के मामले नहीं हैं। वो पश्चिमी देशों में रहना चाहते हैं क्योंकि अफगानिस्तान एक गरीब देश है। अफगानिस्तान के 70 फीसदी लोग गरीबी रेखा के नीचे रहते हैं। इसलिए हर कोई पश्चिमी देशों में एक समृद्ध जीवन के लिए बसना चाहता है।
उल्लेखनीय है कि व्हाइट हाउस की ओर से रविवार को जारी बयान में कहा गया था कि सात सी-17 और एक सी-130 अमेरिकी सैन्य विमानों ने दोपहर तीन बजे तक 12 घंटे की अवधि में हामिद करजई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से करीब 1700 यात्रियों को निकाला है।