वाशिंगटन। अमेरिकी सांसद पीट ओल्सन ने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकांश प्रावधानों को बेअसर करने की प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि अब कश्मीर के लोगों को देश के अन्य नागरिकों की समान अधिकार मिलेंगे और उनका विकास होगा।

ओल्सन ने अमेरिकी कांग्रेस की प्रतिनिधिसभा में कहा कि यह एक अस्थायी प्रावधान था। इसकी वजह से कश्मीर के लोग शेष भारत से अलग कानूनों के तहत जीने को मजबूर थे। नागरिकता और संपत्ति के स्वामित्व के लिए अलग नियम थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा कि आज उन्होंने भारत और प्रधानमंत्री मोदी के साथ खड़े होने के लिए सदन के पटल पर बात की, क्योंकि प्रधानमंत्री क्षेत्र में शांति लाने, लोकतंत्र का विस्तार करने और लोगों को एकजुट करने के लिए काम कर रहे हैं।

ओल्सन ने कहा कि अनुच्छेद 370 को भारतीय संसद ने प्रस्ताव पारित करके हटाया है। इससे सभी भारतीयों में समानता आएगी और यह कार्रवाई कश्मीर में शांति लाएगी।

इससे पहले अमेरिकी कांग्रेस में भारतीय मूल की लेखक सुनंदा वशिष्ठ ने कहा था कि कश्मीर के बिना भारत अधूरा है और भारत के बिना कश्मीर अधूरा है। अनुच्छेद 370 हटाकर वास्तव में भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर में मानवाधिकारों की बहाली की है।

अमेरिकी सांसद टॉम लेंटॉस को सुनवाई में लेखिका सुनंदा वशिष्ठ ने कहा था कि इस्लामी स्टेट के आतंकवादियों का तांडव आज दुनिया देख रही है। ऐसे ही कुछ का सामना जम्मू-कश्मीर के हिन्दू अल्पसंख्यकों ने तीस साल पहले ही किया था, जब कश्मीरी हिन्दुओं पर आतंकवाद का कहर बरपा था। उस समय विश्व समुदाय मूक दर्शक बना रहा था।

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