नवादा। एक तरफ जहां पुलिस नागरिकों को गलत तरीके से फंसा कर तथा बचाकर रुपए कमाए में जुटी हुई है वही नवादा के चौथी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे ने ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए पुलिस को भी ईमानदार बनने की नसीहत दी है क्योंकि जिस दिन पुलिस ईमानदार हो जाएगी उस दिन समाज में 80% विवादों का निपटारा थानों सही हो जाएगी । उस बच्चे ने समाज के लोगों को एक बड़ी सीख दी है।

पीयूष रंजन सदर प्रखंड के पटवासराय गांव निवासी राहुल रंजन का पुत्र है। इस बालक को नवादा शहर के भगत सिंह चौक पर सड़क पर 800 रुपये गिरे मिले। वह बालक उस रुपये को पास रख लेने के बजाय वह सीधे नगर थाना पहुंच गया। थानाध्यक्ष से मिलकर उसने पूरी बात बताई और थानाध्यक्ष से कहा कि यह रुपया मेरा नहीं है, इसलिए इसे आप रख लें और जिसका रुपया है, उसे खोज कर दे दें। बच्चे ने एक तरह से भ्रष्टाचार के लिए समाज में सबसे अव्वल रहने वाले पुलिस तंत्र को ईमानदारी की नसीहत पेश की है कि अगर आप में जिस दिन मेरी जैसी भावनाएं होगी उस दिन समाज में शायद ही कोई दुखी रह पाएगा।

बच्चे की इस ईमानदारी को देख थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिसकर्मी चकित रह गए। उन्होंने बच्चे की खूब पीठ थपथपाई और चॉकलेट भी दिया। थाना में सभी पुलिसकर्मी छोटे बालक का ईमानदारी देखकर दंग रह गए। वही छोटे बच्चे ने कहा कि हमें यह शिक्षा दी गयी है कि कभी भी किसी भी चीज का लोभ नहीं करना चाहिए। हमें ईमानदारी से ही कार्य करना चाहिए। बच्चे की यह बात सुनकर भ्रष्टाचार में लिप्त कई अधिकारी थोड़ा झेपते भी देखें गए। निश्चित तौर पर उन्हें अंदर से थोड़ी शर्म महसूस हो रही होगी।

उसने कहा की ईमानदारी से काम करने वाले लोगों को हर जगह सम्मान पता है। पीयूष ने बताया की वह जीवन ज्योति पब्लिक स्कूल में पढ़ाई करता हैं। हमारे सर और हमारे प्रिंसिपल के द्वारा हम लोगों को बेहतर शिक्षा दिया जाता हैं। स्कूल में हम लोगों को अच्छी सोच और अच्छे विचार रखने को भी कहा जाता है।

वही थानाध्यक्ष अरुण कुमार सिंह ने कहा कि इस बच्चे ने समाज के लोगों को प्रेरणा दिया है। आज भी ईमानदार लोगों की कमी नहीं है। निश्चित तौर पर समाज में भ्रष्टाचार का पर्याय बने पुलिस के लिए इस बालक ने एक सबक के तौर पर अपने को पेश किया।

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