बिहार। दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे 10 महीने के अयांश को बचाने के लिए, जिस आर्थिक मदद की परिवार वालों की जरूरत है वह अब धीरे-धीरे बंद हो गई है. स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी नाम की दुर्लभ बीमारी से जूझ रहे बच्चे की जान बचाने के लिए 16 करोड़ रुपये के एक इंजेक्शन की जरूरत है. अयांश के माता-पिता की उम्मीदें फिर टूटने लगी हैं. दोनों ने बच्चे के जीवन के लिए पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार से मदद की गुहार लगाई है.
बिहार के रहने वाले अयांश के माता-पिता नेहा सिंह और आलोक कुमार सिंह पिछले कुछ दिनों से लगातार बिहार के मुख्यमंत्री से लेकर स्वास्थ्य मंत्री से आर्थिक मदद की गुहार लगा रहे हैं, मगर इसके बावजूद सरकार ने अपने हाथ यह बोलकर खड़े कर दिए हैं कि सरकारी नियमों के हिसाब से इस प्रकार की मदद करने का कोई प्रावधान नहीं है.
अयांश के माता-पिता बीते सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार पहुंचे थे और उनसे मुलाकात करने की कोशिश की थी, मगर उन्हें सफलता नहीं मिली. हालांकि, नीतीश कुमार ने अयांश के मामले को लेकर पहले ही कह दिया है कि सरकारी नियमों के मुताबिक उसकी कोई मदद नहीं की जा सकती है.
हालांकि नीतीश कुमार ने लोगों से अपील की है कि वे अयांश को बचाने के लिए आर्थिक मदद करते रहें. वहीं अयांश के माता-पिता नेहा और आलोक ने बातचीत करने के दौरान कहा कि जब उनके बच्चे की कहानी मीडिया की सुर्खियां बनी, तो लोगों ने उनकी आर्थिक मदद करना शुरू किया, मगर पिछले कुछ दिनों से मदद अब पूरी तरीके से बंद हो चुकी है, जिसको लेकर परिवार काफी चिंतित है.
आलोक सिंह ने बताया कि लोगों के द्वारा मिल रही आर्थिक मदद से अब तक परिवार 6 करोड़ 72 लाख रुपए जमा करने में सफल रहा है, मगर अब भी तकरीबन 10 करोड़ रुपये की जरूरत है. उन्होंने बताया कि अपने बच्चे को बचाने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली.
वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे से अयांश के पिता की मुलाकात हुई, मगर उन्होंने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि राज्य सरकार की तरफ से अधिकतम 12 लाख रुपये की ही आर्थिक मदद ऐसे मामलों में की जा सकती है.
अयांश का जीवन बचाने के लिए उसके पिता अब तक स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे समेत मंत्री मुकेश साहनी, जदयू के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, बीजेपी सांसद रामकृपाल यादव, आरजेडी विधायक रीतलाल यादव और तेज प्रताप यादव, लोक जनशक्ति पार्टी सांसद चंदन सिंह और पटना जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह से मदद के लिए मुलाकात कर चुके हैं.
अयांश के माता-पिता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी मदद के लिए ई-मेल किया है और साथ ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल फागू चौहान और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे को नए सिरे से मदद के लिए पत्र लिखा है.