बिहार के छह जिलों में मंगलवार को वज्रपात से 15 लोगों की मौत हो गई। सीएम नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। सीएम ने मृतक के परिजनों को शीघ्र चार-चार अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया है।
वज्रपात से गोपालगंज, भोजपुर और रोहतास में तीन-तीन तथा सारण, कैमूर और वैशली में दो-दो लोगों की मौत हुई है। सीएम ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का सभी अनुपालन करें। खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।
बिहार के छह जिलों में मंगलवार को वज्रपात से 15 लोगों की मौत हो गई। सीएम नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि आपदा की इस घड़ी में वे प्रभावित परिवारों के साथ हैं। सीएम ने मृतक के परिजनों को शीघ्र चार-चार अनुग्रह अनुदान देने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया है।
वज्रपात से गोपालगंज, भोजपुर और रोहतास में तीन-तीन तथा सारण, कैमूर और वैशली में दो-दो लोगों की मौत हुई है। सीएम ने लोगों से अपील की है कि खराब मौसम में पूरी सतर्कता बरतें। खराब मौसम होने पर वज्रपात से बचाव के लिए आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा समय-समय पर जारी किए गए सुझावों का सभी अनुपालन करें। खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।
इससे पहले सोमवार को राज्य के उत्तर-पूर्वी भाग में एक दो जगहों पर पिछले 24 घंटों में भारी बारिश दर्ज की गई। देर रात से ही मौसम में यह बदलाव रहा। बादलों के गर्जन के बीच मूसलाधार बारिश हुई, जिससे जनजीवन पर असर पड़ा है।
पूर्णिया में राज्य भर में सबसे ज्यादा 100 मिमी बारिश हुई जबकि डेंगराघाट में 90 मिमी, फारबिसगंज 80 मिमी, कटिहार उत्तर 70 मिमी, गोपालगंज में 60, चनपटिया में 60 और मोतिहारी में 50 मिमी बारिश हुई।
वहीं सोमवार को ही मौसम विभाग ने बताया था कि अगले 24 घंटों में कटिहार, पूर्णिया, अररिया, किशनगंज सुपौल और पश्चिमी चंपारण में एक दो जगहों पर भारी बारिश और वज्रपात की स्थिति रहेगी। राज्य से अधिकतर भाग में सामान्य रूप से बादल छाए रहेंगे।
पटना में सोमवार को कुछ इलाकों में 3.4 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। हालांकि दोपहर में राजधानी में मौसम साफ हो गया और फिर लोगों ने तीखी धूप झेली। उमस की वज़ह से लोग बेहाल रहे। पटना में देर शाम आर्द्रता का प्रतिशत 94 रहा। जिससे लोगों ने पसीने वाली चिपचिपी गर्मी और उमस झेली। पुरवा हवाओं से आ रही नमी की वजह से उमस बढ़ी है। हालांकि इस वजह से तेजी से बादल भी बन रहे, जिससे राहत के आसार हैं।