आरा। बिहार में 4 बार विधायक रह चुके भाजपा प्रत्याशी अमरेंद्र प्रताप सिंह इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए गांव-गांव जाकर जिस तरह वोट मांग रहे हैं, उनकी चर्चा होने लगी है। अमरेंद्र प्रताप सिंह पिछला चुनाव हार गए थे। उनके प्रतिद्वंदी ने उन्हें 666 वोट से हरा दिया था। ऐसे में इस बार अमरेंद्र बिना कोरोना से डरे, गांव-गांव जा रहे हैं। लोगों की देहरी तक जाते हैं और पैरों में गिर पड़ते हैं।

बता दें कि, आरा के भाजपा प्रत्याशी अमरेंद्र प्रताप सिंह 73 वर्ष के हैं। वह विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष हैं। भाजपा ने उन्हें 2015 के चुनाव में भोजपुर से टिकट दिया था। इस बार फिर भाजपा ने उन्हें मैदान में उतारा है।

अमरेंद्र प्रताप सिंह के समर्थक कहते हैं कि, प्रताप आरा से चार बार विधायक रह चुके हैं और यहां उन्हें बहुत समर्थन मिलेगा। खुद प्रताप जिस तरह गांव-गांव जाकर लोगों के पैर पकड़ कर आर्शीवाद मांग रहे हैं, उससे समझा जा सकता है कि एक-एक वोट सहेजने की उन्हें कितनी अहमियत है।

यह तो अमरेंद्र की बात थी, लेकिन बिहार के चुनावी मौसम में इन दिनों बहुत कुछ ऐसा दिख रहा है.. जो बाहर के लोग नहीं देख पाते। कोई नेता यहां भैंस पर बैठकर पर्चा भरने जाते हैं तो कहीं खुद को प्रत्याशी बैल भी कहने लगता है। वोटरों को लुभाने के लिए नेताओं के तरह-तरह के रंग देखने को मिल रहे हैं।

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