गोपालगंज। बिहार के गोपालगंज जिले के सत्तरघाट पुल संपर्क पथ टूटने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। इस मामले में बैकुंठपुर थाने में तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि अंचलाधिकारी (सीओ) पंकज कुमार के लिखित आवेदन के आधार पर एक प्राथमिकी दर्ज की गई है, जिसमें जिला परिषद सदस्य विजय बहादुर यादव सहित 10 से 15 अज्ञात ग्रामीणों को आरोपी बनाया गया है।
दर्ज प्राथमिकी में सीओ ने आरोप लगाया है कि 16 जुलाई को सत्तरघाट पुल के पास निरीक्षण के समय काफी ग्रामीण उपस्थित होकर वर्तमान लॉकडाउन का उल्लंघन करते हुए हंगामा किया।
इधर, एक अन्य प्राथमिकी गंडक विभाग का रजिस्टर्ड संवेदक उदय कुमार द्वारा दर्ज कराई गई है, जिसमें कहा गया है कि 15 जुलाई को शीतलपुर खोम्हारीपुर के बीच के सत्तरघाट पुल के एप्रोच सड़क कटाव में टूट गया था। कटाव को देखते हुए कनीय अभियंता, जल संसाधन विभाग ओम प्रकाश एवं नीरज कुमार के द्वारा कटाव स्थल पर कार्य करने के लिए कहा गया।
आरोप है कि जब कटाव स्थल पर मरम्मत का काम शुरू किया गया, तब रात में फैजुल्लाहपुर पंचायत के मुखिया के पति चंदशेखर राय उर्फ संजय राय कुछ लोगों के साथ आए और गाली-गलौज करने लगे, जिससे कनीय अभियंता ओमप्रकाश कुमार एवं सभी मजदूर काम छोड़कर भाग गए। पुलिस अधिकारी ने बताया कि भादवि की धारा 341, 504, 506, 553,34 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस बीच, बिहार राज्य पुल निगम लिमिटेड के परियोजना अभियंता, अवर प्रमंडल मोतिहारी के मोहित कुमार गुप्ता के लिखित आवेदन पर इस मामले में तीसरी प्राथमिकी बैकुंठपुर थाने में दर्ज कराई गई है, जिसमें सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है, जिसमें अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि सभी दर्ज मामलों की जांच की जा रही है।