बेगूसराय: बिहार सरकार और न्यायालय किसी भी मामले में गिरफ्तार किए गए आरोपी को लेकर चाहे जितना दिशा-निर्देश दे दे। लेकिन स्थानीय स्तर पर व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रहा है।

पुलिस वाहन के चालक बगैर वर्दी में जहां रहते हैं तो वहीं किसी भी वाहन में थोड़ी सी गलती रहने पर जुर्माना करने वाली बेगूसराय की पुलिस खुद बगैर नंबर के वाहन से चलती है।

कमर में रस्सी बांधकर उन्हें अस्पताल परिसर में घुमाया गया

आरोपियों को हाथ में हथकड़ी लगाने के बदले कमर में रस्सा बांधकर घुमाया जाता है। ऐसा ही नजारा एक बार फिर दिखा बेगूसराय सदर अस्पताल में। जहां कि उत्पाद विभाग द्वारा शराब बेचने और पीने में पकड़े गए सात लोगों को कोरोना वायरस जांच के लिए सदर अस्पताल लाया गया था।

प्रशासन के गाड़ी बगैर नंबर के

लेकिन सभी आरोपी को बगैर नंबर के पुलिस वाहन से लाया गया तथा मोबाइल रखने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई थी। उसमें भी कमर में रस्सी बांधकर उन्हें अस्पताल परिसर में घुमाया गया।

इस संबंध में जब मौके पर मौजूद कर्मियों से पूछताछ की गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। इन लोगों ने कहा कि वाहन चालक वर्दी में रहेंगे या बगैर वर्दी के यह हमारे अधिकारी तय करेंगे। इन्हें हाथ में हथकड़ी लगाकर लाएं,

कमर में रस्सी बांधकर घूमाएं या कैसे ले जाएं यह भी हमारी मर्जी होगी। फिलहाल इसका फोटो और वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है तथा व्यवस्था को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। इसे पढे़े़:  TPC के एरिया कमांडर के नाम पर रांची के कोयला ट्रांसपोर्टर को लेवी की मिली धमकी

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