बिहार चुनाव 2020 में सारण जिले की परसा विधानसभा सीट से पति-पत्नी ने चुनावी ताल ठोकी है. खास बात ये है कि दोनों एक साथ नामांकन करने आए. निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर रहे दंपति एक दूसरे के खिलाफ कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन दोनों का कहना है कि 19 अक्टूबर को तय होगा कि चुनाव में किसकी नाम वापसी होगी.

राजनीति में पति-पत्नी का अलग ही वर्चस्व
सारण की परसा विधानसभा से नामांकन करने वाले पति-पत्नी का राजनीति में अलग ही वर्चस्व है. पति मैनेजर सिंह जेडीयू से पूर्व महासचिव रहे हैं, ज​बकि उनकी पत्नी रमावती दरियापुर से प्रमुख रहीं हैं. दोनों ने परसा विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन किया. कहा ये जा रहा है कि मैनेजर सिंह जेडीयू से टिकट मांग रहे थे.

ये बोले पति-पत्नी
पति मैनेजर सिंह से बात की, तो उन्होंने कहा कि प्रजातंत्र है. हर किसी का अपना निर्णय और अपनी सोच है. उसी निर्णय के तहत पत्नी चुनाव मैदान में है. इस मामले में उनका कोई भी हस्तक्षेप नहीं है. उन्होंने कहा कि पत्नी जाने कि उसे आगे चुनाव लड़ना है या फिर 19 अक्टूबर को नाम वापस लेना है. मैं उन्हें बाध्य नहीं कर सकता. वहीं पत्नी रमावती का कहना है कि वैसे तो पति के साथ हूं, लेकिन 19 तारीख को फैसला होगा, कि चुनाव लड़ना है या नहीं.

वीआईपी सीट मानी जाती है परसा
परसा विधानसभा सीट बिहार में एक वीआईपी सीट मानी जाती है. इस सीट पर एक ही परिवार का कब्जा रहा है. 1951 से लेकर अभी तक हुए 17 विधानसभा चुनावों में 14 बार एक ही परिवार के उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है. वर्तमान में इस सीट से उसी सियासी परिवार के सदस्य और लालू प्रसाद यादव के समधी चंद्रिका राय विधायक हैं. हालांकि, पिछले चुनाव में आरजेडी के टिकट पर चुनाव जीतने वाले चंद्रिका राय इस बार जेडीयू के प्रत्याशी हैं.

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