नई दिल्ली। पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक (पीएमसी) के करीब 78 फीसदी खाताधारक अब पूरी रकम अपने बैक अकाउंट से निकाल सकेंगे। वित्त मत्री निर्मला सीतारमण ने यह जानकारी सोमवार को लोकसभा में दी।
निर्मला सीतारमण ने पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक घोटाला के बारे में लोकसभा में बताया कि बैंक के 78 फीसदी जमाकर्ताओं को अपनी पूरी रकम बैंक से निकालने की अनुमति है। उन्होंने यह भी कहा कि जहां तक बैंक के प्रमोटर्स की बात है तो हमने यह सुनिश्चित किया है कि उनकी जब्त की गई संपत्तियां कुछ विशेष शर्तों के साथ रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) को दी जा सकती है, ताकि इन संपत्तियों की नीलामी की जा सके और इससे प्राप्त धन राशि को जमाकर्ताओं को दिया जा सके।
उल्लेखनीय है कि पीएमसी बैंक घोटाला मामले में मुंबई पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दो महीने पूर्व दो ऑडिटर्स को गिरफ्तार किया था। इस मामले में अब तक 7 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। बैंक के शीर्ष प्रबंधन और एचडीआइएल के प्रमोटरों समेत पांच लोग पहले ही गिरफ्तार किए गए थे।
दरअसल, पंजाब एंड महाराष्ट्र कोऑपरेटिव बैंक में घोटाले का खेल पिछले दस साल से चल रहा था। नियामक को शुरुआत में पता चला था कि प्रबंधन के कुछ लोगों ने मिलकर 4,226 करोड़ रुपये (बैंक के कुल कर्ज का 73 फीसदी हिस्सा) सिर्फ एक ही कंपनी एचडीआइएल को दिया था जो अब दिवालिया हो गई है। इसी के बाद रिजर्व बैंक ने इसके बाद से ही बैंक से पैसा निकालने पर समय-समय पर पाबंदी लगा दी थी और समय-समय पर इसमें ढ़ील भी दी गयी ।