रतलाम। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांति कुंज हरिद्वार के तत्वावधान में आयोजित 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ व प्रज्ञा पुराण कथा, तुलसी विवाह आयोजन के पूर्व गुरुवार को शहर में मंगल कलश यात्रा निकली, जिसमें सैकड़ों महिलाएं गायत्री परिवार के परम्परागत वस्त्र पहने सिर पर कलश लिए चल रही थी। कालिका माता परिसर से निकली यह कलश यात्रा यज्ञ स्थल सिविक सेेंटर स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर पहुंची। मां कालिका माता मंदिर परिसर से कलश यात्रा का प्रारंभ में शांतिकुंज हरिद्वार से आए पं. जितेंद्र मिश्रा ने कलश की पूजा-अर्चना कर कलश यात्रा को रवाना किया।

गायत्री परिवार की महिला सदस्याएं हम बदलेंगे युग बदलेगा, विश्व मंगल की कामना के साथ गायत्री मंत्र का उद्घोष करते हुए चल रही थी। गायत्री परिवार के युवा प्रकोष्ठ के विवेक चौधरी, विकास शैवाल आदि कलश यात्रा की कमान संभाले हुए चल रहे थे। कलश यात्रा में पुरुष भी गुरुदेव का सद् ग्रंध सिर पर रख कर चल रहे थे।

तीन घंटे शहर में चली कलश यात्रा

हरिद्वार शांति कुंज से पधारे टोली नायक जितेंद्र मिश्रा, सहायक बसंतीलाल सोलंकी, युग गायक प्रेमनाथ ध्रुव, युग वादक श्रवण कुमार, सारथी विवेकसिंह ने देव कलश लेकर आए है । मंच पर पूज्य गुरुदेव, माताजी के साथ गायत्री माता की तस्वीर सहित दर्शनार्थ के लिए 108 पवित्र धार्मिक स्थल की रज (मिट्टी) एवं 108 पवित्र धार्मिक जगह की नदियों का पवित्र जल दर्शनार्थ के लिए रखे गए है।

आज से शुरू होगा गायत्री महायज्ञ

गायत्री महायज्ञ की शुरूआत 13 जनवरी से होगी। प्रात: 8 बजे देवपूजन कर गायत्री महायज्ञ की शुरूआत होगी। दोपहर 2 बजे प्रज्ञा पुराण कथा एवं शाम 5 बजे युवा सम्मेलन एवं युवा प्रतिभा सम्मान समारोह होगा।

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