Ranchi : हाईकोर्ट ने रिम्स में साल 2020 से तैनात 28 लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति रद्द कर दी। जस्टिस डॉ. एसएन पाठक की कोर्ट ने कहा कि यह नियुक्ति गलत अर्हता के आधार पर की गई है। इसलिए रिम्स 12 हफ्ते के अंदर नई मेरिट लिस्ट बनाकर नियुक्ति करे। इससे पहले सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।

रिम्स ने लैब टेक्नीशियन के 33 पदों पर नियुक्ति के लिए वर्ष 2019 में विज्ञापन जारी किया था। वर्ष 2020 में इसका परिणाम घोषित हुआ और 28 टे​क्नीशियन को अपॉइंट किया गया। इसके बाद भुवन भास्कर ने नियुक्ति प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए रिट याचिका दायर की। इसमें कहा गया कि यह नियुक्ति गलत अर्हता के आधार पर की गई है। इसलिए इस नियुक्ति को रद्द किया जाए। कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए कहा कि केंद्र सरकार का निर्देंश है कि स्किल टेस्ट के अंक परीक्षा में नहीं जोड़ सकते। जबकि स्किल टेस्ट के अंक को जोड़ते हुए यह नियुक्ति की गई है। इसलिए इसे रद्द किया जाता है। रिम्स प्रबंधन नए सिरे से नियुक्ति करे।

“हमारी नियुक्ति गलत तो उस विज्ञापन के तहत हुई सभी नियुक्तियां रद्द हों”

हाईकोर्ट के फैसले के बाद टेक्नीशियनों में रोष है। उन्होंने कहा-पहले ही कई पेंच फंसाकर नियुक्ति में देर कर दी गई। सिर्फ चयन सूची जारी करने के लिए ही प्रक्रिया एक साल तक रोक दी गई। फिर नियुक्ति पत्र मिलने के बाद तीन साल नौकरी की। अब अचानक सेवा समाप्त करना कहीं से भी सही नहीं है। हमारी नियुक्ति प्रक्रिया के तहत की गई है। लैब टेक्नीशियनों ने कहा कि अगर नियुक्ति में गड़बड़ी हुई है तो पूरे विज्ञापन को ही रद्द कर देना चाहिए। उनकी नियुक्ति विज्ञापन संख्या 955 सी के तहत हुई थी। इसी विज्ञापन के तहत ड्रेसर, ओटी टेक्नीशियन, ड्राइवर, वे​ंटिलेटर टेक्नीशियन, रेडियोग्राफी टेक्नीशियन आदि की भी नियुक्ति की गई थी। इसलिए सभी की नियुक्ति रद्द करनी चाहिए।

रिम्स में कुल 57 टेक्नीशियन

रिम्स में अभी कुल 57 टेक्नीशियन हैं, जो अलग-अलग विभागों में कार्यरत हैं। अभी भी वहां 50 से ज्यादा टेक्नीशियन की जरूरत है। ऐसे में 28 टेक्नीशियन को सेवा से हटाने से मैनपावर की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। कई विभागों के काम रुक जाएंगे। ब्लड बैंक में ब्लड कलेक्शन से सप्लाई तक के काम इन्हीं 28 में से पांच के पास हैं। यह काम पूरी तरह से प्रभावित होंगे। वहीं माइक्रोबायोलॉजी विभाग, पैथोलॉजी विभाग, बायोकेमिस्ट्री विभाग और लैब मेडिसिन समेत अन्य विभागों के काम पर भी इसका असर पड़ेगा।

अभी कोई टिप्पणी नहीं करूंगा : डॉ. आरके गुप्ता, निदेशक रिम्स

इस मामले में रिम्स के निदेशक डॉ. आरके गुप्ता ने कहा कि मुझे अभी कुछ जानकारी नही है। पूर्व में नियुक्ति किस आधार पर हुई, विज्ञापन में क्या था, क्या नहीं इसकी अभी जानकारी नहीं है। इसलिए मैं अभी इस मामले में किसी तरह की टिप्पणी नही करूंगा।

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