भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की कि सागर के पास बड़तूमा में 100 करोड़ रुपये की लागत से संत रविदास का विशाल और भव्य मंदिर बनाया जाएगा। मंदिर की दीवारों पर संत रविदास के दोहे और शिक्षाएँ उकेरी जाएंगी। मंदिर परिसर में संत रविदास के व्यक्तित्व और कृतित्व को भी प्रदर्शित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री चौहान बुधवार को सागर में संत रविदास महाकुंभ को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में संत शिरोमणि रविदास महाराज के आदर्श राज्य की कल्पना चरितार्थ हुई है। संत रविदास ने कहा था कि “ऐसा चाहूँ राज मैं, जहाँ मिले सबन को अन्न, छोट-बड़ो सब सम बसे, रविदास रहे प्रसन्न।” उनके बताए हुए इसी मार्ग पर हम चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता के साथ और संतों के आशीर्वाद से मध्यप्रदेश विकास की ऊँचाइयाँ छुएगा।
चौहान ने कहा कि प्रदेश में बहन-बेटियों का सम्मान सर्वोच्च है। स्त्री-पुरुषों में कोई भेद नहीं किया जाता। बेटियों के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना के बाद अब बहनों के लिए लाडली बहना योजना प्रारंभ की गई है, जिसमें गरीब एवं मध्यम वर्ग की बहनों को एक हजार रुपये दिये जाएंगे। प्रदेश में सबके लिए भोजन, पढ़ाई, लिखाई, दवाई, मकान, रोजगार सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रदेश में जात-पांत नहीं है, कोई छोटा-बड़ा नहीं है, सब समान है, सबको समान अवसर है और सभी का बराबर सम्मान हैं।
मुख्यमंत्री ने 251 करोड़ 25 लाख रुपये लागत की शाहगढ़-बंडा समूह जल-प्रदाय योजना का भूमि-पूजन किया। उन्होंने सरपंचों को कलश भेंट कर कलश-यात्रा का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने समारोह स्थल पर संत रविदास और ‘‘एक जिला-एक उत्पाद’’ पर केंद्रित प्रदर्शनी का शुभारंभ और अवलोकन भी किया।
अजा वर्ग के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति के लिए परिवार की वार्षिक आय सीमा अब 8 लाख रुपये
उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सभी के लिए आवास सुनिश्चित करने के लिए गरीबों को आवासीय को पट्टे दिए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में टीकमगढ़ जिले में 10 हजार 800 और सागर जिले में 12 हजार पट्टे दिए गए हैं। आयुष्मान भारत योजना में गरीबों को निजी अस्पतालों में वर्ष में पांच लाख रुपये तक के इलाज की सुविधा है। कोविड काल में जनता को नि:शुल्क वैक्सीन लगवाया गया। प्रदेश में उच्च शिक्षा की फीस भी अब सरकार भरवा रही है। मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई हिंदी में प्रारंभ की गई है। छात्राओं को स्कूल जाने के लिए साइकिल के लिए 3900 रुपये दिए जाते हैं। उन्होंने अनुसूचित जाति वर्ग के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति के लिए उनके परिवार की वार्षिक आय सीमा को 6 लाख से बढ़ाकर 8 लाख रुपये किए जाने की घोषणा की।
अजा/जजा वर्ग को उद्योग लगाने के लिए 20 प्रतिशत भू-खंड आरक्षित होंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना में संत रविदास की जन्म स्थली बनारस के लिए मध्यप्रदेश से तीर्थ यात्रा ट्रेन जाएगी। उन्होंने घोषणा की कि अजा और अजजा वर्ग के युवाओं को उद्योग लगाने के लिए 20 प्रतिशत भू-खंड आरक्षित किए जाएंगे। एमएसएमई क्लस्टर नीति में अजा वर्ग के उद्योगपतियों के संगठन को एक क्लस्टर दिया जाएगा। साथ ही अजा वर्ग के व्यक्तियों को एलाट हुए पेट्रोल पंप लगाने के लिए भूमि दी जाएगी। उद्योग विभाग में अजा वर्ग को मार्गदर्शन के लिए नोडल अधिकारी बनाए जाएंगे। भंडार क्रय नियम में भी सर्विस और ट्रेडिंग सेंटर में छूट दी जाएगी। सफाई कर्मियों की सुरक्षा के लिये अब मैनहोल की सफाई मशीन से ही की जाएगी।
कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. सत्य नारायण जटिया, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लाल सिंह आर्य ने भी संबोधित किया। मुख्यमंत्री ने कन्याओं का पूजन किया और संत रविदास की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर आरती की। मुख्यमंत्री का स्थानीय महिलाओं ने लाडली बहना योजना शुरू करने के लिए आभार माना और अभिनंदन किया। कार्यक्रम में मंत्रीगण मीना सिंह, भूपेंद्र सिंह, जगदीश देवड़ा, गोविंद सिंह राजपूत, डॉ. प्रभुराम चौधरी, तुलसीराम सिलावट, गोपाल भार्गव, अरविंद भदौरिया, सांसद राजबहादुर सहित 200 से अधिक संत और बड़ी संख्या में जन-सामान्य उपस्थित थे।