झांसी। स्कूल जाने की उम्र में बच्चों को नशे का आदी बनाकर उनसे कबाड़ बीनने का काम कराने वाले गैंग को बेनकाब कर दिया है। कोतवाली प्रभारी ने बताये गए स्थान पर छापेमारी कर दो बच्चों को कब्जे से मुक्त कराते हुए चार लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।

देर रात शहर कोतवाल को सूचना मिली थी कि शहर में 10-14 साल तक के बच्चों को नशे (सुलोचन) का आदी बनाकर उनसे जबरिया कबाड़ बिनवाने का कार्य करने वाला गैंग सक्रिय हैं। कोतवाल ने इसे गम्भीरता से लिया। देर रात मिनर्वा इलाके में कुछ बच्चे मौजूद होने की खबर मिली थी। इस पर तत्काल छापामारी की गई। पुलिस को देखते ही मौके पर भगदड़ मच गई। पुलिस ने दो बच्चों को बरामद कर लिया। साथ ही वहां मौजूद चार लोगों को भी हिरासत में ले लिया। पूछताछ में बच्चों ने कमर नाम के व्यक्ति पर नशा कराकर काम कराने का लगाया है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।

काम करने से मना करने पर पाइप से पीटता था
बच्चों ने बताया कि कमर नामक व्यक्ति उन्हें प्रतिदिन 60 रुपये में सुलोचन देता था । इसके बदले में उन्हें कबाड़ बीनने को कहा जाता था। जो बच्चे नहीं जाते थे उनकी पाइप से पिटाई की जाती थी। लगभग सात बच्चे कमर के कब्जे में थे। बच्चों ने बताया वह पढ़ना चाहते हैं, लेकिन मजबूरी में यहां आ फंसे हैं और यह काम कर रहे हैं।

शहर कोतवाल तुलसीराम पाण्डेय ने बच्चों से पूछताछ के बजाय सबसे पहले उन्हें प्रेम दिखाते हुए उन्हें स्नान कराकर नए कपड़े मंगाकर पहनाए और खाने को दिया। बाद में उनसे प्यार से पूछताछ की, तो बच्चों ने आपबीती सुना डाली। कोतवाल का कहना है कि प्रथम दृष्टया बच्चों के शोषण का मामला प्रतीत हो रहा है, पूछताछ चल रही है दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

इस मामले में सीओ सिटी डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने बताया कि मामले का जल्द ही पूरा सच सामने होगा।

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