नई दिल्ली। भारत का पहला क्रिकेटरः सुविख्यात क्रिकेटर प्रिंस रणजीत सिंह का जन्म 10 सितंबर 1872 को गुजरात के नवानगर में हुआ था। वे भारत के पहले क्रिकेटर माने जाते हैं। संयोग था कि उनके जन्म के पांच साल बाद 1877 में टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत हुई। उस समय भारत की क्रिकेट टीम तो क्या किसी भारतीय के क्रिकेट खेलने की भी कल्पना नहीं की गयी होगी।
रणजीत सिंह ने इसे तब हकीकत में बदल दिया जब वे कैम्ब्रिज विवि में पढ़ाई के लिए इंग्लैंड गए। युवा रणजीत सिंह यहीं क्रिकेट की तरफ आकर्षित हुए। उन्होंने ससेक्स की तरफ से खेलने की शुरुआत की। आगे चलकर उन्होंने ससेक्स के लिए चार साल कप्तानी भी की।
प्रथम श्रेणी मैचों में प्रदर्शन के आधार पर इंग्लैंड की राष्ट्रीय टीम में रणजीत सिंह का चयन हो गया। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले गए टेस्ट मैच की पहली पारी में वे 62 और दूसरी पारी में शानदार 154 रन बनाकर नाबाद रहे। इस तरह वे दुनिया के पहले खिलाड़ी बन गए जिसने पहली पारी में अर्धशतक और दूसरी पारी में शतक बनाया। वे मैनचेस्टर में 150 रन से ज्यादा रन बनाने वाले पहले बल्लेबाज भी बने। रणजीत सिंह भारत के पहले क्रिकेटर थे जिन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेलने का मौका हासिल हुआ।
हालांकि वहां उन्हें अंग्रेजों की भेदभाव भरी नीतियों का सामना करना पड़ा। जिसके बाद 1904 में रणजीत सिंह स्वदेश वापस आए और 1907 में नवानगर के महाराजा बने। 2 अप्रैल 1933 में 60 साल की उम्र में जामनगर में उनका निधन हो गया। इसके दो साल बाद 1935 में उनके नाम पर भारत में रणजी ट्रॉफी की शुरुआत हुई। रणजीत सिंह के भतीजे दिलीप सिंह ने भी इंग्लैंड के लिए खेला और उनके नाम पर भारत में दिलीप ट्रॉफी की शुरुआत हुई।
अन्य अहम घटनाएं:
1846: एलायस होवे ने सिलाई मशीन का पेटेंट कराया। जिसने आगे चलकर महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता को प्रोत्साहित किया।
1887: भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और उप्र के पहले मुख्यमंत्री गोविंद बल्लभ पंत का जन्म।
1915: क्रांतिकारी जतींद्रनाथ मुखर्जी का बालासोर के अस्पताल में निधन।
1935: देहरादून स्थित दून स्कूल की स्थापना।
1943: जर्मनी की सेना का रोम पर कब्जा, वेटिकन सिटी की सुरक्षा अपने हाथों में ली।
1966: भारतीय संसद ने पंजाब और हरियाणा राज्य के निर्माण को मंजूरी दी।