कोरोना महामारी का गढ़ बन चुके अमेरिका में अब यह कवायरस परमाणु हथियार ठिकानों तक पहुंच गया है। इससे इन महावविनाशक हथियारों की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं। अमेरिका में अब तक 18 हजार से अधिक लोग कोरोना वायरस से मारे गए हैं। यह आंकड़ा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
अमेरिका के 150 सैन्य ठिकानों तक कोरोना
अमेरिकी पत्रिका न्यूज वीक के मुताबिक अमेरिका के 41 राज्यों में स्थित 150 सैन्य ठिकानों तक कोरोना वायरस पहुंच गया है। यही नहीं दुनिया में अमेरिकी नौसैनिक शक्ति का प्रतीक माने जाने वाले 4 परमाणु ऊर्जा चालित विमानवाहक पोत भी कोरोना वायरस की चपेट में आ गए हैं। हाल ही में अमेरिकी विमानवाहक यूएसएस थियोडोर रुजवेल्ट के 4 हजार नौसैनिकों को गुआम ले जाया गया था। वहां उनकी जांच की जा रही है। इसमें बड़ी तादाद में नौसैनिकों को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। इस एयरक्राफ्ट कैरियर के कैप्टन ने जब मदद की गुहार लगाई तो उसे हटा दिया गया।
अमेरिका के 3 हजार सैनिक कोरोना पॉजिटिव
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन के मुताबिक उसके 3 हजार सैनिक कोरोना पॉजिटिव हैं। एक हफ्ते में यह तादाद दो गुना हो गई है। हालत यह है कि अमेरिका के अंदर और बाहर स्थित उसके ठिकानों तक कोरोना वायरस बहुत तेजी से पैर पसार रहा है। इसकी वजह से अमेरिकी सेना की सभी गैर जरूरी गतिविधियां रुक गई हैं। इसके अलावा सैनिकों का प्रशिक्षण और उनकी भर्ती भी नहीं हो रही है। कोरोना वायरस ने अमेरिकी नौसेना पर सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। इसके बाद आर्मी और फिर एयरफोर्स।
दुनिया में हथियारों पर निगरानी करने वाली संस्था सिप्री के वैज्ञानिक हैन्स क्रिस्टेंशन के मुताबिक कोरोना वायरस अब अमेरिका के ज्यादातर परमाणु हथियार ठिकानों तक पहुंच चुका है। रक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना वायरस का परमाणु हथियार ठिकानों तक पहुंचना दुनिया के लिए बहुत खतरनाक लक्षण है। इससे उनकी सुरक्षा के साथ समझौता हो सकता है। हालांकि अमेरिकी परमाणु बमों की सुरक्षा दुनिया में बेहतरीन मानी जाती है।
अमेरिका के पास 3800 परमाणु बम
दरअसल, दुनिया की सर्वोच्च महाशक्ति अमेरिका के पास 3800 परमाणु हथियार हैं। ये परमाणु बम पूरी दुनिया को कई बार नष्ट कर सकते हैं। इन परमाणु हथियारों को ले जाने के लिए अमेरिका के पास 800 मिसाइले हैं। ये मिसाइलें दुनिया के किसी भी शहर को पलक झपकते ही तबाह कर सकती हैं। सिप्री के मुताबिक अमेरिका ने 1750 परमाणु बमों को मिसाइलों और बमवर्षक विमानों में तैनात कर रखा है। इसमें से 150 परमाणु बम अमेरिका ने यूरोप में तैनात कर रखे हैं ताकि रूस पर नजर रखी जा सके।