रांची। कोरोना संक्रमण के प्रभाव रोकेन के लिए रांची जिला प्रशासन द्वारा प्रयास जारी है। जिले के अन्य प्रखण्डों में भी कोविड वायरस का बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मंगलवार को को रांची आर्यभट्ट साभगार में विभिन्न कोषांग के नोडल पदाधिकारियों, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारी के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में उपायुक्त सह ज़िला दंडाधिकारी राय महिमापत रे ने कोषांग के नोडल पदाधिकारियों, सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी एवं अंचल अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक अनीश गुप्ता, उप विकास आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी बुंडू भी उपस्थित थे।
बैठक में उपायुक्त ने कहा कि रांची जिला को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। अंचलवार सभी अंचलाधिकारी को इंसिडेंट कमांडर बनाया गया है। कोई भी पॉजिटिव मरीज निकलता है तो वहां माइक्रोकन्टेनमेंट ज़ोन बनाया जाएगा। कोई भी व्यक्ति को कन्टेनमेंट ज़ोन में आनेजाने की अनुमति नहीं होगी। केवल प्राणरक्षक सेवाओं और अतिआवश्यक सेवाओं से जुड़ें लोगों को विशेष परिस्थिति में अनुमति स्थानीय इंसिडेंट कमांडर ही दे सकते हैं। इसके लिए अपने एरिया की मैपिंग कर लेना होगा।
बैठक में श्री रे ने कहा कि जहां से भी कोविड मरीज की पुष्टि होती है, वहां के एरिया को माइक्रोकाँटेन्मेंट ज़ोन घोषित करते हुए आसपास के घरों के आवागमन को पूर्णतः सील किया जाएगा। 500 मीटर का बफर जोन भी बनाया जाएगा, जिसमें इंसिडेंट कमांडर की अनुमति पर आवश्यकतानुसार विशेष परिस्थिति में आवागमन की अनुमति दी जा सकेगी। सभी पड़ोसियों को आरोग्यसेतु ऐप इंस्टॉल करवाना होगा। किसी भी प्रकार के आवागमन की अनुमति नहीं होगी। आसपास के रहनेवाले लोगों का स्वाबिंग की जाएगी। 14 दिन तक सभी संबंधित लोग होम क्वारंटाइन रहेंगे। उसके बाद फिर से टेस्ट किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हर ब्लॉक में कांटेक्ट ट्रेसिंग, पॉजिटिव केस के मूवमेंट, राशन की आपूर्ति के लिए वरीय और नोडल पदाधिकारियों को ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उपायुक्त ने बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीज़ की पुष्टि होने पर उसे आइसोलेशन वार्ड में भेज देना है। मेडिकल ऑफिसर बताएंगे कि मरीज असिम्प्टोमैटिक है या सिम्प्टोमैटिक है। डीसीएलआर को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग हेतु सम्पर्क करेंगे। अगर रांची वासी हैं तो अपने घर मे क्वारंटाइन होना होगा।
श्री रे ने बताया कि कोई भी किराना दुकान, फल दुकान, सब्जी तथा केमिस्ट की दुकान को खोलने के सम्बंध में इंसिडेंट कमांडर अनुमति देने के लिए सक्षम होंगे। परन्तु सोशल डिस्टनसिंग के नियमों का पालन करना साथ ही साथ मास्क या फेस कवर लगाना भी अनिवार्य होगा।
बैठक में एसएसपी ने कहा कि रैंडम चेकिंग बढ़ाने की जरुरत है। लॉकडाउन के उल्लंघन करने के मामले में दर्ज करने में नहीं हिचकिचाएं। किसी भी माध्यम से कोई खबर आती है तो उस खबर की गलत होने की स्थिति में खंडन करें तथा खबर अगर सही है तो आवश्यकतानुसार कार्रवाई करने की जरूरत है। सभी इंसिडेंट कमांडर अपने क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाएं। किसी भी तरह के वाहन के आवागमन को हमेशा मोनिटरिंग रखें। किसी भी परिस्थिति में हॉटस्पॉट ज़ोन से कोई भी व्यक्ति के आवागमन की इजाजत नहीं है, चाहे उक्त व्यक्ति के संबंध में पास जारी भी किया गया हो।
बैठक में कोषांग के अन्य पदाधिकारियों को भी उनके कार्य एवं दायित्व का पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।