बलरामपुर। नवरात्रि की अष्टमी को भुजवा समुदाय के तकरीबन दस हजार की संख्या में पैदल यात्रा ढोल- नगाड़े के साथ पारम्परिक ढंग से शक्ति पीठ देवीपाटन पहुंची। जहां स्थानीय भुजवा समुदाय के लोगों ने यात्रा का स्वागत किया। कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पुलिस प्रशासन ने उन्हें दर्शन कराया। यात्रा के मंदिर पहुंचने के दौरान हरैया-तुलसीपुर सड़क पर यातायात रोक दिया गया था। यात्रा मार्ग पर भारी संख्या में पुलिस बल लगाये गये।

हर वर्ष की भांति चैत्र नवरात्रि की अष्टमी को आज बहराइच, बाराबंकी,सुल्तानपुर, अयोध्या जनपद से भुजवा समुदाय की पैदल यात्रा अपने कुलदेवी मां पाटेश्वरी जी के पूजन के लिए देवीपाटन पहुंची है। हजारों लोग अपने परिवार ,बच्चों के साथ देवीपाटन के सिरिया नाले पर परम्परागत ढंग से पहुंचे। यहां स्थानीय भुजवा समुदाय के लोगों ने यात्रा का स्वागत किया । सिरिया नाले से पुलिस क्षेत्राधिकारी कुंवर प्रभात सिंह के अगुवाई में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच यात्रा में आए सभी दर्शनार्थियों का मंदिर पर दर्शन-पूजन कराया गया।

सदियों से चली आ रही है भुजवा समुदाय की यात्रा
समुदाय की अगुवाई कर रहे पुजारी शत्रुघ्न लाल गुप्ता ने बताया कि यह यात्रा सदियों से चली आ रही है। कई पीढ़ियां गुजर गई हैं ,ऐसे ही यह यात्रा पैदल अपने कुल देवी की दर्शन पूजन के लिए चैत्र नवरात्रि की अष्टमी को पहुंचती है। दर्शन पूजन के उपरांत नवमी को यहां से वापसी होती है।

5 दिनों तक पैदल चलने के उपरांत पहुंचते हैं देवीपाटन
पुजारी शत्रोहन लाल गुप्ता ने बताया कि इस धार्मिक यात्रा में बाराबंकी,सुल्तानपुर,अयोध्या,बहराइच के भुजवा समुदाय के लोग शामिल होते हैं। सभी लोग नवरात्रि के तीसरे दिन अपने-अपने जनपदों से पगडंडी व सड़क मार्गो से निकलते हैं । रास्ते में सभी लोग एकत्र होते हैं । पैदल चलते हुए अष्टमी के दिन देवीपाटन पहुंच कुलदेवी की दर्शन-पूजन करते हैं। यात्रा में चलने वाले लोग अपने परिवार बच्चों के साथ, भोजन के लिए लकड़ी व खाद्य सामग्री लेकर चलते हैं। बताया कि इस यात्रा में दस हजार से अधिक लोग शामिल हुए हैं।

देवीपाटन पीठाधीश्वर मिथिलेश नाथ योगी ने बताया कि सदियों से यह यात्रा अपने कुलदेवी की पूजन के लिए नवरात्रि की अष्टमी को पहुंचती है। इनके रहने वाले स्थान पर साफ-सफाई, पेयजल और प्रकाश सहित आवश्यक व्यवस्थाएं कराई गई है।

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